रांची। जेनेटिक अस्पताल मामले में स्वास्थ्य मंत्री की ओर से संज्ञान लिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मामले में स्वास्थ्य सचिव को तीन दिनों के अंदर मामले की जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। विभागीय रिपोर्ट के आधार पर जेनेटिक अस्पताल पर कार्रवाई की जायेगी। इसके पहले झारखंड हाइकोर्ट ने मामले में संज्ञान लिया है। हाइकोर्ट के जस्टिस आर मुखोपाध्याय और जस्टिस दीपक रोशन की अदालत ने संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य सचिव को मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है। जानकारी हो कि पिछले दिनों बूटी मोड़ स्थित जेनेटिक अस्पताल में महिला को नवजात शिशु से अलग करते हुए बंधक बनाने का मामला सामने आया था, जिसके बाद से अस्पताल सुर्खियों में है।

मामला प्रकाश में आने के बाद सीआइडी और सदर अस्पताल की टीम ने बंधक बनायी गयी महिला को अस्पताल से मुक्त कराया था। महिला खूंटी की निवासी थी। महिला ने जेनेटिक अस्पताल में नवजात को जन्म दिया था। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने नवजात बच्चे को पिता को सौंप दिया। वहीं, सुनीता को अस्पताल में रख लिया। पीड़ित परिवार के पास अस्पताल की फीस के लिए पैसे नहीं थे। इसके बदले में अस्पताल ने महिला को बंधक बना लिया था।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version