रांची। टेंडर घोटाला मामले में पूर्व मंत्री आलमगीर आलम समेत नौ आरोपियों की न्यायिक हिरासत की अवधि 12 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी गयी है। अब इनकी अगली पेशी 12 जुलाई को होगी। आलमगीर आलम, उनके ओएसडी रहे संजीव लाल और सहायक जहांगीर आलम, निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम समेत सभी आरोपियों की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग से पीएमएलए की विशेष कोर्ट में शनिवार को हुई। दरअसल, टेंडर घोटाला मामले में इडी ने पहली कार्रवाई 21 फरवरी 2023 को की थी। उस समय ग्रामीण विकास विभाग के तत्कालीन चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के कई ठिकानों पर इडी ने छापेमारी की थी। इसके बाद 23 फरवरी 2023 को इडी ने वीरेंद्र राम को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद वीरेंद्र राम के करीबी और सहयोगियों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

वीरेंद्र राम को रिमांड पर लेकर हुई इडी की पूछताछ में टेंडर कमीशन में कई लोगों के शामिल होने की जानकारी इडी को मिली थी। इसके आधार पर इडी ने कार्रवाई करते हुए 6 मई 2024 को कई इंजीनियर, ठेकेदार, कांट्रैक्टर और आलमगीर आलम के ओएसडी संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर आलम के ठिकाने पर छापेमारी की थी। उस छापेमारी में संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के आवास से 37 करोड़ से अधिक कैश इडी की टीम ने बरामद किया था। 6 मई को संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर आलम को पूछताछ के बाद 7 मई को इडी ने दोनों को गिरफ्तार किया था और 14 दिनों तक रिमांड पर लेकर इडी ने दोनों से पूछताछ की थी। वहीं इस मामले में आलमगीर आलम को दो दिनों की पूछताछ के बाद 15 मई को इडी ने गिरफ्तार कर लिया था और 14 दिनों तक रिमांड पर लेकर पूछताछ की गयी थी। 30 मई को आलमगीर आलम को पीएमएलए की विशेष कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

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