रांची। 15 जून को हरमू हाउसिंग कॉलोनी स्थित श्री शिव शक्ति मंदिर के समीप राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश के साथ विधायक नवीन जायसवाल ने सांसद निधि से बनने वाले सामुदायिक भवन निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था। इसके शिलापट्ट को आवास बोर्ड द्वारा मंगलवार को तोड़े जाने से स्थानीय लोगों में उबाल है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, सांसद दीपक प्रकाश और हटिया विधायक नवीन जायसवाल ने हरमू क्षेत्र में शिव शक्ति मंदिर के परिसर में सामुदायिक भवन के निर्माण का शिलान्यास पिछले दिनों किया था। बिना किसी सूचना के झारखंड आवास बोर्ड के कर्मचारियों द्वारा शिलापट्ट को तोड़ दिया गया। मंदिर में पूजा करने आयी महिलाओं ने जब तोड़फोड़ का विरोध किया, तो हाउसिंग बोर्ड के कर्मचारियों ने महिलाओं से अभद्र भाषा का प्रयोग किया। गाली-गलौज भी की। आक्रोश को देखते हुए कर्मचारी अपना जेसीबी लेकर लौट गये।
स्थानीय महिलाओं ने कहा कि हमारे भगवान बजरंग बली का झंडा हाउसिंग बोर्ड के कर्मचारियों ने उखाड़ कर फेंक दिया है। इस मामले में आवास बोर्ड की यह दादागीरी है। न नोटिस, न जानकारी और सीधा तोड़ने चले आये। स्थानीय निवासी किशोर के मुताबिक, राजधानी रांची में जमीन कारोबारियों का मनोबल बढ़ गया है। अब हाउसिंग बोर्ड के कर्मचारी भी दादागीरी पर उतार आये हैं। 15 जून को दीपक प्रकाश एवं नवीन जायसवाल द्वारा सांसद निधि से आवंटित सामुदायिक भवन का शिलान्यास किया गया था। लेकिन 18 जून की अहले सुबह प् हाउसिंग बोर्ड के कर्मचारियों द्वारा जेसीबी के माध्यम से शिलापट्ट को तोड़ दिया गया, साथ ही स्थानीय महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया।
जब हाउसिंग बोर्ड के कर्मचारियों से पूछा गया कि ये तोड़ फोड़ क्यों की जा रही तो उनके द्वारा न तो किसी के तरह के दस्तावेज दिखाए गए, न ही कोई आधिकारिक आदेश दिखाया गया कि किसके आदेश से यह शिलापट्ट क्षतिग्रत किया गया है। स्थानीय लोगों द्वारा जब इस तोड़-फोड़ का विरोध किया गया तो बोर्ड के कर्मचारियों द्वारा हंगामा करते हुए महिलाओं से गाली गलौज किया गया। वास्तव में बोर्ड के कर्मचारी जमीन दलालों से मिले हुए हैं। अवैध तरीके से जमीन की हेराफेरी करते हैं। इसलिए इस सामुदायिक भवन की जमीन पर वे कब्जा करना चाहते हैं। फिलहाल मामले की जानकारी मिलने पर भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता भी घटनास्थल पर पहुंच गये हैं और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
क्या कह रहा बोर्ड
आवास बोर्ड के चेयरमैन एस एल पासवान ने कहा कि वे फिलहाल मामले की वास्तविकता का पता लगा रहे है। बोर्ड के सचिव और इंजीनियर से जानकारी मांगी है। अगर बोर्ड से एनओसी के बिना हरमू में सामुदायिक भवन के निर्माण का कार्य हो रहा होगा तो यह गलत है।