नयी दिल्ली। नरेंद्र मोदी रविवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। वह कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के बाद दूसरे ऐसे व्यक्ति हैं, जो लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बन रहे हैं। राष्ट्रपति भवन में शाम 7.15 बजे शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा। मोदी के साथ एनडीए के 14 सहयोगी दलों के 18 सांसद भी मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। इनमें सात कैबिनेट और बाकी 11 स्वतंत्र प्रभार और राज्यमंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गयी है। माना जा रहा है तीन दर्जन से अधिक सांसद मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। इनमें टीडीपी, जदयू, शिवसेना, लोजपा (रामविलास), एनसीपी, रालोद और जेडीएस कोटे से कैबिनेट मंत्री शपथ ले सकते हैं। आजसू को भी एक बर्थ मिल सकती है।
मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा : अमित शाह और जेपी नड्डा शनिवार शाम नरेंद्र मोदी के आवास पहुंचे। चर्चा है कि यहां मंत्रिमंडल को लेकर बातचीत हुई और इसे अंतिम रूप दिया गया है। चर्चा के अनुसार किस दल से कितने मंत्री बनाये जायेंगे, इसका फॉर्मूला पहले ही तय किया जा चुका है। सभी इस बात पर सहमत हैं कि प्रधानमंत्री जिसे जो जिम्मेदारी देंगे, वे उसे निभायेंगे।
पैरामिलिट्री फोर्स की पांच कंपनियां तैनात: शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन में होगा। दिल्ली पुलिस इसकी तैयारियों में जुटी है। दोपहर 2 बजे के बाद राष्ट्रपति भवन और उसके आसपास कंट्रोल एरिया बनाया जायेगा। राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा में पैरामिलिट्री फोर्स की पांच कंपनियां तैनात की जायेंगी। इसके अलावा ऊंची इमारतों पर एनएसजी कमांडो, ड्रोन और स्नाइपर्स भी तैनात किये जायेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में कई विदेशी मेहमान भी शामिल होंगे। ऐसे में पूरी राजधानी हाई अलर्ट पर रहेगी। विदेशी मेहमानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी खुफिया एजेंसियों के कंधों पर होगी। हर राष्ट्राध्यक्ष के प्रोटोकॉल के मुताबिक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। इसके अलावा जिन होटलों में विदेशी मेहमान रुकेंगे, उनकी सुरक्षा भी बढ़ा दी गयी है। शपथ ग्रहण समारोह को देखते हुए दिल्ली पुलिस की ओर से 9 और 10 जून के लिए कई पाबंदियां भी लगायी गयी हैं। दिल्ली को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया गया है। इस दौरान पूरी दिल्ली में पैराग्लाइडर, पैरा-मोटर्स, हैंग ग्लाइडर, यूएवी, यूएएस, माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट, रिमोट कंट्रोल्ड एयरक्राफ्ट जैसे सब-कन्वेंशनल एरियल प्लेटफॉर्म की उड़ान पर रोक लगा दी गयी है।