Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Thursday, August 14
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»विशेष»बिहार में चुनाव से पहले तेज हुआ पोस्टर वॉर
    विशेष

    बिहार में चुनाव से पहले तेज हुआ पोस्टर वॉर

    shivam kumarBy shivam kumarJune 24, 2025No Comments6 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    विशेष
    ‘मेरा बाप चारा चोर’ से लेकर ‘नेशनल दामाद अलायंस’ जैसे नारे
    कटाक्षों और निजी हमलों से भरे पोस्टरों से माहौल हो रहा खराब
    पार्टियों के बीच चल रही है एक-दूसरे को नीचा दिखाने की होड़

    नमस्कार। आजाद सिपाही विशेष में आपका स्वागत है। मैं हूं राकेश सिंह।
    विधानसभा चुनाव से चार महीने दूर बिहार का राजनीतिक तापमान चढ़ा हुआ है। यह स्वाभाविक भी है, क्योंकि चुनाव से ठीक पहले सियासी गतिविधियां हमेशा उफान पर होती हैं। बिहार में चुनाव नजदीक है, यह इस बात से भी प्रमाणित होता है कि यहां राजनीतिक दलों के बीच पोस्टर वॉर शुरू हो गया है। सड़कों, चौराहों और दीवारों पर पोस्टरों की बाढ़ आयी हुई है। ये पोस्टर न केवल नेताओं पर तीखे कटाक्ष कर रहे हैं, बल्कि निजी और पारिवारिक जीवन को भी चुनावी मुद्दा बना रहे हैं। खासतौर पर एनडीए और महागठबंधन के बीच यह पोस्टर वॉर अब खुलकर सामने आ गया है। इन पोस्टरों में जो नारे लिखे हुए हैं, उनसे माहौल भी खराब हो रहा है। इन पोस्टरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, चिराग पासवान और जीतन राम मांझी जैसे नेताओं की तस्वीरों के साथ तीखे तंज कसे गये हैं। यह पोस्टर वॉर इस बात का संकेत है कि बिहार की राजनीति अब पारंपरिक रैलियों और प्रेस कांफ्रेंस से आगे बढ़कर विजुअल और मनोवैज्ञानिक युद्ध की ओर बढ़ रही है। अब नेताओं की छवि को सोशल मीडिया और सड़कों पर लगे पोस्टर तय कर रहे हैं। जानकारों के अनुसार बिहार में यह प्रचार का नया तरीका है, जो राजनीति के निम्न स्तर को दर्शाता है। यह पोस्ट वॉर इस बात का गवाह है कि राजनीति अब मुद्दों पर नहीं, रिश्तों और छींटाकशी पर चल रही है। क्या है बिहार के पोस्टर वॉर का नजारा और क्या है इसके पीछे की रणनीति, बता रहे हैं आजाद सिपाही के विशेष संवाददाता राकेश सिंह।

    बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। इसे देखते हुए राज्य का सियासी तापमान स्वाभाविक तौर पर चढ़ा हुआ है। इस गर्म राजनीतिक माहौल को हाल में शुरू हुए पोस्टर वॉर ने और भी गर्मा दिया है। बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में राजनीतिक पोस्टरों की बाढ़ आयी हुई है।

    कैसे शुरू हुआ यह पोस्टर वॉर
    पोस्टर वॉर का यह सिलसिला इसी सप्ताह उस समय शुरू हुआ, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विवादित टिप्पणी की। इस टिप्पणी ने बिहार के सियासी तापमान को बढ़ा दिया और पोस्टर वॉर शुरू हो गया। दीवारें और चौक-चौराहे राजनीतिक कटाक्षों और निजी हमलों से भरे पोस्टरों से भर गये। सत्ताधारी एनडीए और विपक्षी महागठबंधन एक-दूसरे पर व्यक्तिगत और पारिवारिक स्तर पर हमले करने लगे।

    क्या कहा तेजस्वी ने
    शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे के बाद तेजस्वी यादव ने प्रेस कांफ्रेंसस में पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमें ‘पॉकेटमार पीएम’ और ‘अचेत सीएम’ नहीं चाहिए। इसके बाद बिहार में सियासत गर्मा गयी।

    राजद ने की शुरूआत
    पटना की सड़कों पर और राबड़ी आवास के बाहर ‘दामाद आयोग’ को लेकर कई पोस्टर लगाये गय। इन पोस्टरों के जरिये तेजस्वी ने एनडीए पर बड़ा हमला बोला। पोस्टर में पीएम मोदी, सीएम नीतीश, केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, मंत्री अशोक चौधरी अपने दामाद सायण कुणाल के साथ, जीतनराम मांझी अपने दामाद देवेंद्र मांझी के साथ और दिवंगत रामविलास पासवान अपने दामाद धनंजय उर्फ मृणाल पासवान के साथ नजर आ रहे हैं। साथ ही पोस्टर में लिखा है ‘एनडीए सरकार दामाद सेवा में सदैव तत्पर’। इसके बाद एक और अन्य पोस्टर में एक बार फिर सभी ससुर-दामाद को दिखाते हुए लिखा गया है ‘पुण्य किये, सेवा किये, तीरथ किये हजार, दामाद सेवा न किया तो ये सब है बेकार’। एक अन्य पोस्टर में एनडीए का फुल फॉर्म बताते हुए लिखा है ‘नेशनल दामादवादी अलायंस’। ये सभी पोस्टर राबड़ी आवास और राजद कार्यालय के बाहर लगाये गये हैं। वहीं, जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा को एक पोस्टर में घेरा गया है। आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अपने परिवार के लोगों को सुप्रीम कोर्ट के पैनल में एडवोकेट बनवाकर ‘परिवारवाद’ को बढ़ावा दिया। पोस्टर में लिखा गया है-‘इन्होंने क्या दिया बिहार को? सब कुछ दिया अपने परिवार को।’ एक और पोस्टर में चिराग पासवान को मोदी को अपना सीना दिखाते हुए दर्शाया गया है और व्यंग्यात्मक टिप्पणी की गयी है-‘बिहार फर्स्ट की जगह जीजा जी फर्स्ट है’। मांझी और अशोक चौधरी को लेकर भी व्यंग्य किया गया- ‘हिम्मत दामाद फर्स्ट, वो भी आरएसएस कोटे से’।

    एनडीए का पलटवार
    इसके बाद तो पोस्टर वॉर तेज हो गया। एनडीए समर्थकों की ओर से भी पलटवार हुआ। एक पोस्टर में राजद प्रमुख लालू यादव को भैंस पर बैठे और मुंह में चारा चबाते हुए दिखाया गया है। तेजस्वी यादव को उनके आगे बैठे दिखाया गया है। इस पर लिखा गया है-‘मेरा बाप चारा चोर, मुझे वोट दो’। पोस्टर में लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव का कार्टूननुमा चित्र भी लगाया गया है। यह पोस्टर साफ तौर पर चारा घोटाले और वंशवाद के मुद्दे को निशाने पर लेता है। यह पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, और समर्थक-विरोधी खेमों में तीखी बहस छिड़ गयी है।

    पोस्टरों को लेकर बयानबाजी
    इन पोस्टरों को लेकर बयानबाजी भी होने लगी है। एनडीए नेताओं का कहना है कि तेजस्वी यादव को अपने शब्दों पर माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि यह प्रधानमंत्री जैसे संवैधानिक पद का अपमान है। वहीं, राजद और विपक्षी दलों का कहना है कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है और भाजपा बेवजह मुद्दा भटकाने का प्रयास कर रही है। दूसरी ओर अपने सोशल मीडिया के माध्यम से तेजस्वी यादव ने एक वीडिया साझा कर एनडीए सरकार पर हमला बोला है, जिसमें ‘कवि सम्मेलन में दामाद जी आयोग में पधारो’ बोल दिया गया है। साथ ही तेजस्वी ने लिखा है, भाई साहब जरा गौर से सुनियेगा। वीडियो में काल्पनिक कवि कहते नजर आ रहे हैं कि ‘भूल के सभी विकास के वादों को, हां-हां नेशनल दामाद आयोग की चर्चा हो रही है, भूल कर सभी विकास के वादों को वो कुर्सी पर बैठा रहे हैं अपने अपने दामादों को’। इस वीडियो के माध्यम से भी तेजस्वी ने चिराग पासवान, जीतनराम मांझी और अशोक चौधरी पर निशाना साधा है।

    क्या है इन पोस्टरों के पीछे की रणनीति
    राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह पोस्टर वॉर केवल प्रचार का हिस्सा नहीं, बल्कि एक रणनीतिक दांव है। इससे नेताओं की छवि पर असर डालने की कोशिश की जाती है और मतदाताओं के बीच भ्रम या आकर्षण की स्थिति बनायी जाती है। इस पोस्टर वॉर में जहां एक ओर शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी जैसे अहम मुद्दों को कम जगह मिल रही है, वहीं पारिवारिक संबंधों, वंशवाद और व्यक्तिगत हमले केंद्र में आ गये हैं। यह चिंता का विषय है, क्योंकि इससे असली समस्याएं चर्चा से गायब हो जाती हैं।

     

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleशतकीय पारी खेलने के बाद केएल राहुल ने कहा-प्रक्रिया ही सफलता की असली कुंजी”
    Next Article बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान अभिनंदन को पकड़ने वाला पाकिस्तान का मेजर मोइज मारा गया
    shivam kumar

      Related Posts

      बिहार के चुनावी मैदान में इस बार ‘बाहुबली रिटर्सं’

      August 12, 2025

      बिहार यात्रा में चुनावी मुद्दे तय कर गये अमित शाह

      August 11, 2025

      दिशोम गुरु के सच्चे सिपाही हैं हेमंत सोरेन

      August 9, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • स्काउट गाइड ने हर घर तिरंगा अभियान के तहत निकाली तिरंगा यात्रा
      • जोगबनी के तीन नागरिक नेपाल में 108 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ  गिरफ्तार
      • पत्रकार के घर से चोरी गए आभूषण को पुलिस ने किया बरामद
      • अंतरराज्यीय शटरकटवा गैंग के दो शातिर गिरफ्तार
      • स्वतंत्रता दिवस को लेकर रांची के ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव, शहर में बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version