गढ़वा: जिला परिषद की मासिक बैठक जिला परिषद अध्यक्ष विकास कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जिप सचिव सह उप विकास आयुक्त और जिप उपाध्यक्ष रेखा चौबे मुख्य रूप से उपस्थित थे। बैठक में विभागवार कार्यान्वित योजनाओं की समीक्षा के साथ ही साथ कार्य में बरती गयी लापरवाही एवं अनियमितता को लेकर कई मामले उठाए गये। इसके अतिरिक्त जिला परिषद को प्राप्त चार करोड़ 45 लाख रूप्ए को स्ट्रीट लाइट, शौचालय निर्माण, पेयजल एवं एलइडी लाइट पर खर्च किए जाने को लेकर चर्चा की गयी। इसके पूर्व बैठक में अनुपस्थीत रहने वाले पांच पदाधिकारियों से जिप अध्यक्ष के द्वारा स्पश्टीकरण पुछा गया। जिसमें विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता, वन विभाग के पदाधिकारी, आपूर्ति पदाधिकारी, आरईओ के कार्यपालक अभियंता एवं कृषि पदाधिकारी को बैठक से अनुपस्थित रहने पर शो कॉज किया गया। बैठक में जिप अध्यक्ष विकास कुमार ने शिक्षा विभाग के द्वारा संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन में कोताही बरते जाने का मामले को लेकरे असंतोश प्रकट किया।
इस बावत उन्होंने डीएसइ को विद्यालयों को नियमित मोनेटरिंग करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि एमडीएम से लेकर विद्यालय को किए जाने वाले बेंंच और डेस्क की आपूर्ति भी नियम को ताक पर रखकर किया जा रहा है। ऐसी शिकायतें लगातर उन्हें मिल रहीं हैं। इधर कई जिप सदस्य और प्रमुख ने पदाधिकारियों के द्वारा की जा रही कई प्रकार के मनमानी का मामला उठाया। इस पर बोलते हुए उपविकास आयुक्त सह जिप सचिव ने कहा कि जन प्रतिनिधि यदि सबूत के साथ पदाधिकारियों पर आरोप लगाते हैं तो संबंधीत पदाधिकारी के विरूद्ध कार्रवाई होगी। मौके पर सगमा के जिप सदस्य नंद गोपाल यादव ने धान क्रय के मामले को उठाते हुए कहा कि दिसंबर से फरवरी के बीच तक धान क्रय किए जाने थे। लेकिन अभी तक सभी किसानो के धान क्रय नहीं किये गये हैं। उन्होंने कहा कि जिले के सभी चार हजार दो पंजीकृत किसानो में से अभी तक केवल दो हजार 193 किसानो का ही धान क्रय किया जा सका है।
खरौंधी प्रमुख ने एक मामले को उठाते हुए कहा कि प्रखंडों में जो बैठक होती है उसका अनुपालन नहीं होता, कई प्रमुख व जिप सदस्यों ने कहा कि कोई बड़ी योजना के शिलान्यास या उद्घाटन में उन्हें संबंधीत विभाग के द्वारा सूचना तक नहीं दी जाती। इसपर डीडीसी ने संबंधीत क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों को इस संबंध में सूचना दिए जाने का निर्देश सभी पदाधिकारियों को दिया। इस अवसर पर बोलते हुए डीडीसी ने कहा कि जो भी कार्य क्षेत्राधिकार नियम संगत होंग उस कार्य को किया जायेगा। उन्होंन कहा कि कोई भी पंचायत प्रतिनिधि या पदाधिकारी रिश्वत लेने की षिकायत नहीं मिलनी चाहिए वर्ना उनके विरूद्ध शख्ती से कार्रवाई की जायेगी। बैठक में कई प्रस्ताव भी पारित किये गये। जिसमें जनसेवकों को स्थानांतरण एवं पदस्थापन को लेकर कमेटी का गठन करने, पुराने संवेदकों का निबंधन का नवीकरण करने, सहित नौ प्रस्ताव पारित किये गये। बैठक में उपरोक्त के अतिरिक्त जिप सदस्य नंद गोपाल यादव, अरविंद तूफानी, उमो देवी सहित कई जिप सदस्य एवं प्रमुख उपस्थित थे।