रांची: पुलिस ने ओरमांझी में पोकलेन और जेसीबी जलाने वाले पीएलएफआई के चार उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार उग्रवादियों में मनीष कच्छप उर्फ मंगा, मनोज मुंडा, महाबीर मुंडा और मोहन उरांव शामिल है। इनके पास से तीन पिस्टल, 15 गोलियां, छह मोबाइल फोन, एक बाइक, पीएलएफआइ का 23 पर्चा, एक स्कुटी बरामद किया गया है। एएसपी अभियान आरसी मिश्रा ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 12 जुलाई को रामधन बेदिया और संजय कुमार के क्रशर पर पीएलएफआइ संगठन के द्वारा एक पोकलेन और एक जेसीबी मशीन जला दिया गया था। यह घटना पीएलएफआइ उग्रवादी संगइन के जोनल कमांडर तुलसी पाहन (जेल में बंद) ने कराया था।
लेवी और संगठन के विस्तार के लिए फैलायी थी दहशत
एएसपी ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार उग्रवादियों ने बताया कि बाहरी संगठन के सदस्य और जेल से छूटे हुए अपराधियों के साथ मिलकर लेवी वसूली तथा संगठन के विस्तार के लिए दहशत कायम करने के उदेश्य से इस घटना को अंजाम दिया गया था। इस घटना के बावजूद भी क्रशर मालिकों द्वारा पीएलएफआइ संगठन को लेवी का रुपया नहीं भेजा जा रहा था। इसे लेकर मंगलवार रात पीएलएफआइ के कुछ सदस्य जरा टोली आंनदी में एकत्र हुए थे। इसकी गुप्त सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम का गठन कर छापेमारी की गयी। छापेमारी के दौरान चाय बगान जरा टोली आंनदी मुर्गी फार्म के समीप से पीएलएफआइ संगइन के चार उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार उग्रवादियों ने वाहनों को जलाने में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उग्रवादियों ने बताया कि मनीष कच्छप को तुलसी पाहन द्वारा इस क्षेत्र में लेवी वसूलने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी, जिसके सहयोग के लिए मनोज मुंडा को रखा गया था।
टोल प्लाजा में दहशत फैलाने के लिए हुए थे एकत्र
एएसपी ने बताया कि मनोज मुंडा का परिचय तुलसी पाहन से अपनी पत्नी की हत्या के केस में जेल में रहने के दौरान हुई थी। जिसने मनोज मुंडा को पत्नी की हत्या के केस में धनबाद के कुख्यात अपराधकर्मी फहीम खान के माध्यम से केस मैनेज करने का लालच देकर पीएलएफआइ संगठन का विस्तार कर लेवी वसूलने के लिए ओरमांझी क्षेत्र में काम करने के लिए कहा था। पकड़े गये सभी पीएलएफआइ के उग्रवादी पोकलेन मशीन जलाने के बावजूद लेवी का रुपया नहीं मिलने के कारण इस क्षेत्र के लोगों में पीएलएफआइ संगठन का और दहशत फैलाने के लिए रात्रि में टॉल प्लाजा में फायरिंग करने के उदेश्य से एकत्र हुए थे। जिन्हें समय से पकड़ लिया गया।