जमशेदपुर: शहर में हो रही मूसलाधार बारिश के बावजूद प्रत्येक वर्ष की भांति मुख्यमंत्री रघुवर दास इस वर्ष भी सावन की तीसरी सोमवारी को बारीडीह के हरिमंदिर से 4 किमी पैदल चल कर सिदगोड़ा स्थित सूर्यमंदिर में बाबा भोले का जलाभिषेक किया। इस दौरान उनके साथ परिवार के लोगों के साथ पार्टी के कई कार्यकर्ता भी मौजूद थे। सैकड़ों की संख्या में भी भक्तों ने जलाभिषेक किया। इस दौरान सुरक्षा के दृष्टिकोण से काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किये गये थे।
झारखंड की उन्नति की कामना की : रघुवर
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मैंने भोले बाबा से झारखंड की उन्नति की कामना की है, ताकि हमारा राज्य उन्नति के पथ पर अग्रसर हो। राज्य का आदिवासी समाज भी आगे बढ़े और सभी कंधे से कंधा मिला कर चलें। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार शिव भगवान ने विष का पान किया था, उसी प्रकार हमें भी भगवान इतनी शक्ति दें, ताकि राज्य के विकास के लिए कुछ कर सकूं। झारखंड में फैली बुराइयों को जड़ से खत्म कर सकूं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री रघुवर दास हर साल तीसरी सोमवारी के अवसर पर अपने गृहनगर जमशेदपुर के बारीडीह के हरिमंदिर के पास से स्वर्णरेखा नदी से जल लेकर काफी संख्या में भक्तों के साथ सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर में भगवान भोले शंकर को जल चढ़ाते हैं।
दुमका एवं देवघर में उमड़ा आस्था का जनसैलाब
देवघर: सावन की तीसरी सोमवारी के मौके पर रांची दुमका एवं देवघर समेत पूरे राज्य में शिव भक्तों की भीड़ उमड़ी। रांची के पहाड़ी बाबा मंदिर में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। रविवार की रात झमाझम बारिश के बीच स्वर्णरेखा नदी से जल उठाने वाले श्रद्धालु सुबह चार बजे से ही पहाड़ी मंदिर पहुंच गये थे। भक्तों की कतार लगनी शुरू हो गयी थी। पांच बजे जैसे ही भगवान शिव का पट खोला गया, जलार्पण करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी।
कड़ी थी सुरक्षा- व्यवस्था
भक्तों ने पूजा अर्चना कर भगवान शिव को जल अर्पित किया। इसके बाद महिला भक्तों की भीड़ भी पहाड़ी मंदिर पर उमड़ पड़ी। इस दौरान कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था रही। इसके अलावा शहर के सैकड़ों शिवालयों में भी श्रद्धालुओं ने जल अर्पित कर भगवान शिव की पूजा अर्चना की। इस दौरान पहाड़ी मंदिर जाने वाले रास्ते में वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया गया। भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गयी थी।
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