रांची। राजधानी में बुधवार की सुबह डोरंडा महावीर मंडल के उपाध्यक्ष धीरज राम की हत्या ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर कर दी गयी। डोरंडा थाना क्षेत्र के बेलदार मोहल्ला स्थित रविदास टोली में यह घटना घटी। धीरज राम सफाई कर्मचारियों के नेता भी थे। हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ छह गोलियां चलायीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी।
सुबह-सुबह घर से निकलते ही ताबड़तोड़ गोलियां चला कर मार दिये गये धीरज राम
धीरज हर दिन की तरह सुबह अपने काम के लिए घर से निकल रहे थे। उन्हें अपर बाजार जाना था। अपनी स्कूटी लेकर जैसे ही वह अपने घर से बाहर निकले, तभी पहले से घात लगाकर बैठे हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी। भाई बिरजू ने बताया कि उन्हें लगा कि धीरज गिर गया है, लेकिन बाद में पता चला कि गोली मारी गयी है, तो उसे आनन-फानन में अस्पताल ले गये, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आसपास के लोगों ने बताया कि धीरज श्री महावीर मंडल डोरंडा का उपाध्यक्ष भी था। घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी आबिद खान ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। घटनास्थल से दो कारतूस और चार खोखा बरामद किये गये हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा गया है। डीएसपी विकास कुमार पांडेय ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।
स्थानीय लोगों ने घेरा डोरंडा थाना
डोरंडा में बुधवार सुबह हुई धीरज राम की हत्या से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने डोरंडा थाने में जमकर हंगामा किया। आक्रोशित लोगों ने हटिया डीएसपी और डोरंडा थानेदार पर जम कर अपनी भड़ास निकाली। इस दौरान करीब 3 घंटे तक स्थानीय लोगों और पुलिस में तीखी नोकझोंक होती रही।
तीन घंटे के बाद खत्म हुआ घेराव
आक्रोशित भीड़ 3 घंटे तक शव के साथ थाने के बाहर जमी रही। इस दौरान कई बार उन्हें समझाने की कोशिश की गयी, लेकिन वे हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग और धीरज के परिजनों में से एक को सरकारी नौकरी देने की बात पर अड़े हुए थे। बड़ी मुश्किल के साथ कुछ स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं और पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद भीड़ ने थाने का घेराव खत्म किया।