नयी दिल्ली। राजस्थान के अलवर में गो तस्करी के शक में युवक की हत्या पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने विवादास्पद बयान दिया। बीकानेर से सांसद मेघवाल ने ऐसी घटनाओं के पीछे किसी साजिश की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि मोदी जी जितने लोकप्रिय होंगे, देश में ऐसी घटनाएं उतनी ही बढ़ेंगी। जैसे बिहार चुनाव में अवॉर्ड वापसी गैंग था। उत्तर प्रदेश में मॉब लिंचिंग थी। अब लोकसभा चुनाव आ रहा है तो असहिष्णुता जैसा नया कुछ आएगा। प्रधानमंत्री ने योजनाएं दीं और उनका असर दिख रहा है। यह उसकी प्रतिक्रिया है। उधर, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी मोदी सरकार के चार साल को लिंच राज बता चुके हैं। पुलिस के मुताबिक, भीड़ ने शुक्रवार रात नूंह (हरियाणा) निवासी अकबर खान को पीट-पीटकर मार डाला था। घटना के वक्त वह दो गाय लेकर रामगढ़ के ललावंडी गांव से गुजर रहा था। इसी दौरान लोगों ने गो तस्कर समझकर अकबर और उसके साथी असलम को पीटना शुरू कर दिया। असलम किसी तरह जान बचाकर भागने में कामयाब रहा। पुलिस अकबर को भीड़ के चंगुल से छुड़ाकर अस्पताल ले जा रही थी, रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
अलवर में सवा साल में लिंचिंग का तीसरा मामला :
बताया जाता है कि इस इलाके में कथित गो रक्षकों के दल सक्रिय हैं। अलवर में गो तस्करी के शक में सवा साल में मॉब लिंचिंग का यह तीसरा मामला है। इसी साल 3 अप्रैल को डेरी संचालक पहलू खान को भीड़ ने पीटकर मार डाला था। पिछले साल नवंबर में उमर खान नाम के शख्स का शव रेलवे ट्रैक के पास मिला था। उसके परिवार ने गो तस्करी के शक में हत्या का आरोप लगाया था।
लिंचिंग पर सुप्रीम कोर्ट सख्त :
देश में बढ़ती लिंचिंग की घटनाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने चार दिन पहले ही केंद्र और राज्य सरकारों को गाइडलाइन जारी कीं। कोर्ट ने कहा था कि लोकतंत्र को भीड़तंत्र में बदलने नहीं दिया जा सकता। गो तस्करी या अफवाह के चलते किसी को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सभी जिलों में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति का निर्देश दे चुका है।