वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा है कि तुर्की के रूस से एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने के कारण अमेरिका उसे एफ-35 लड़ाकू विमान नहीं बेचेगा। ट्रंप प्रशासन का यह फैसला भारत के लिए भी संकेत हो सकता है क्योंकि उसने भी अमेरिका की सलाह के खिलाफ जाकर एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने के लिए रूस से समझौता किया है।

भारत ने एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने के लिए रूस के साथ पिछले साल अक्टूबर में समझौता किया था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यह सही नहीं था कि जब तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली ‘पैट्रियट’ अमेरिका से खरीदना चाहते थे तब ओबामा प्रशासन ने बेची नहीं। ट्रंप ने मंगलवार को वाइट हाउस में कैबिनेट बैठक के दौरान पत्रकारों से कहा, ‘अब स्थिति यह है कि तुर्की के संबंध हमारे साथ बहुत अच्छे हैं, बहुत अच्छे। और अब हम तुर्की से कह रहे हैं कि चूंकि आपको अन्य मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने के लिए बाध्य किया गया, अब हम आपको एफ-35 लड़ाकू विमान नहीं बेच रहे हैं।’

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version