पेगासस जासूसी मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी आक्रामक हो गई है और केन्द्र सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। इसी क्रम में मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए पेगासस मामले में सीधा जवाब मांगा है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि उसने इजराइली कंपनी से जासूसी के कार्य में उपयोग होने वाला ‘पेगासस’ का लायसेंस खरीदा है या नहीं।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई पत्रकारवार्ता में केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पेगासस मामले में केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार सीधा जवाब दे। साथ ही उसको यह स्पष्ट करना चाहिए कि उसने पेगासस लायसेंस राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर खरीदा है या फिर अपनी सरकार के लिए। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने पेगासस का लायसेंस खरीदा है और इसका उपयोग प्रमुख लोगों की जासूसी कराने के लिए हुआ है।
कमलनाथ ने कहा कि पेगासस मामले में केंद्र सरकार और उससे जुड़े जिम्मेदार लोग गोलमोल जवाब दे रहे हैं, जबकि मामले में उन्हें जांच की पहल करना चाहिए। उन्होंने संकेत दिए कि आने वाले समय में इस मामले में और बड़े-बड़े खुलासे होंगे।
पूर्व सीएम ने बढ़ती महंगाई को लेकर भी केन्द्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने महंगाई के लिए केन्द्र की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि उन्होंने कहा कि महंगायी के कारण मध्यम वर्गीय गरीब हो रहा है और गरीब की स्थिति और दयनीय होती जा रही है। आर्थिक गतिविधियां ठप होने से नौजवानों के समक्ष रोजगार के संकट आ गए हैं। वास्तव में रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने की आवश्यकता है।