रांची। पुलिस-प्रशासन से नाराज कांग्रेस की चार महिला विधायकों की बैठक रविवार को मंत्री आलमगीर आलम के आवास पर हुई। हालांकि आलमगीर आलम अपने क्षेत्र में हैं। इस बैठक में महिला विधायकों ने अपनी पीड़ा का इजहार किया। कहा कि पुलिस-प्रशासन के अफसर उनकी बात नहीं सुनते। इससे कहीं-कहीं काफी फजीहत भी होती है। विधायकों की अपने-अपने क्षेत्र में कई तरह की समस्याएं हैं। उनका निदान भी नहीं हो पा रहा है। विधायकों को यह लगता ही नहीं कि वे सरकार के अंग भी हैं। इस बैठक में महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह, झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद और रामगढ़ विधायक ममता देवी, कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा और संजय पासवान ने हिस्सा लिया। बैठक में महिला विधायकों ने जम कर भड़ास निकाली।
महिला विधायकों का कहना था कि अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते। पुलिस मनमानी करती है। चारों महिला विधायकों ने खासकर पुलिस पर प्रहार किया। इनकी बैठक का मकसद यही था कि उनकी बात मुख्यमंत्री और पार्टी के वरीय नेताओं तक पहुंचायी जाये। मंत्री आलमगीर आलम अपने क्षेत्र में हैं, लिहाजा कांग्रेस विधायकों की विधिवत बैठक दस जुलाई को होगी। उस दिन सभी विधायकों को विधायक दल के नेता की ओर से बैठक में शामिल होने का निर्देश दिया जा सकता है। रविवार की बैठक की सूचना महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह की ओर से दी गयी थी। गौरतलब है कि रामगढ़ की विधायक ममता देवी की मौजूदा नाराजगी का कारण यह है कि सात ट्रक कोयला की सूचना पुलिस को दी गयी थी। पुलिस ने उसे पकड़ा भी, लेकिन न जाने किन कारणों से उसे छोड़ दिया। ममता ने पुलिस के विरुद्ध ट्वीट किया। इस ट्वीट पर महगामा विधायक ने रि-ट्वीट कर झारखंड की राजनीति में खलबली मचा दी। बैठक में कई विधायकों को आॅनलाइन भी जोड़ा गया था।
समस्याओं का निदान चाहिए : पूर्णिमा नीरज सिंह
झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने बैठक के बाद कहा कि हमारी जो समस्याएं हैं, उनके निपटारे के लिए कांग्रेस विधायक दल के नेता के यहां बैठक हुई। मंत्री आलमगीर आलम को पूरी जानकारी दी गयी है। उन्होंने कहा कि नाराजगी की बात नहीं है। बैठक में सबको जोड़ा गया और विधायक दल की बैठक जल्द होगी।
संवेदनशील नहीं है पुलिस : दीपिका पांडेय सिंह
महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि पुलिस कई मामलों में संवेदनशील नहीं है। हम चाहते हैं कि पुलिस पब्लिक फ्रेंडली बने। विधायकों और सांसदों को वह उचित सम्मान दे। हमने विधायक दल के नेता से अनुरोध किया है कि वह जल्द ही विधायकों की एक बैठक बुलायें।
सीएलपी लीडर से की है बात : अंबा प्रसाद
बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि हमारी जो समस्याएं हैं, उसे हमने विधायक दल के नेता के समक्ष रख दिया है। क्षेत्र में समस्याओं का निदान करना हमारा कर्तव्य है। अधिकारी बात नहीं सुनते। कहीं-कहीं पुलिस मनमानी करती है।
समस्याएं दूर होनी चाहिए : ममता देवी
रामगढ़ विधायक ममता देवी ने कहा कि क्षेत्र में जो समस्याएं बनी हुई हैं, उसे दूर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण महागठबंधन सरकार की बदनामी हो रही है। इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक 10 को : आलमगीर
कांग्रेस विधायक दल की बैठक दस जुलाई को होगी। मंत्री आलमगीर आलम ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उनके आवास पर पार्टी के कुछ विधायकों ने बैठक की। उनसे कहा गया है कि उचित प्लेटफार्म पर अपनी शिकायत रखें। विधायकों की जो समस्याएं हैं, विधायक दल की बैठक में उन्हें सूचीबद्ध किया जायेगा और उससे मुख्यमंत्री को अवगत कराया जायेगा।
जनप्रतिनिधियों को उचित सम्मान देने का निर्देश
रांची। जनप्रतिनिधियों को हर हाल में उचित सम्मान मिले और उनके द्वारा जो जानकारी दी जा रही है, इस पर कार्रवाई भी हो। पुलिस मुख्यालय की ओर से इस संबंध में राज्य के आइजी, डीआइजी, सभी एसपी को पत्र भेजा गया है। एसपी स्तर के अधिकारी इस पत्र को थाना में भेजेंगे। इस पत्र में कहा गया है कि राज्य के मंत्री, सांसद, विधायक और जनप्रतिनिधि के साथ शिष्टाचार के अनुसार उचित आदर के साथ व्यवहार करना सुनिश्चित करें। ये जनप्रतिनिधि जो भी सूचना दें, उस पर तुरंत कार्रवाई हो। नियमसंगत कार्रवाई करते हुए उचित सहयोग भी प्रदान करें। पुलिस मुख्यालय का यह पत्र रविवार को भेजा गया है। बता दें कि रविवार को ही कांग्रेस की चार महिला विधायकों ने सार्वजनिक मंच से यह आरोप लगाया कि पुलिस उनकी बात नहीं सुनती। इनमें बड़कागांव की भुक्तभोगी विधायक अंबा प्रसाद, रामगढ़ की विधायक ममता देवी, महगामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह और झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने बाकायदा रविवार को मंत्री आलमगीर आलम के आवास पर बैठक की और अपनी पीड़ा का इजहार किया।