आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। आजसू ने राजभवन के समक्ष सत्र 2020-21 का छात्रवृति पोर्टल खोलने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे छात्रवृति अधिकार मंच के समर्थन में बुधवार को धरना दिया। धरने के बाद आजसू ने एक ज्ञापन राज्यपाल सचिवालय को सौंपा। इस दौरान आजसू के प्रदेश उपाध्यक्ष नीरज वर्मा ने कहा कि राज्य सरकार के हठधर्मी नीतियों के कारण राज्य के भविष्य और भावी शिक्षकों के साथ अन्याय हो रहा है। बीते दो वर्षों से कोरोना संक्रमण के कारण विभिन्न पाठ्यक्रमों में नामांकन प्रक्रिया में विलंब होता रहा है, इसी कारण हजारों छात्र छात्राएं सत्र 2020-21 के छात्रवृति आवेदन से वंचित रह गए हैं। आजसू ने कई बार यह मांग उठाई है कि छात्र हित में फिर से सत्र 2020-21 का छात्रवृति पोर्टल खोला जाए ताकि विद्यार्थी अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें। वहीं, प्रदेश सचिव सह रांची जिला सह प्रभारी चेतन प्रकाश ने कहा कि कोरोना के कारण बहुसंख्यक परिवारों की आय व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है इसलिए विद्यार्थियों को छात्रवृति की आवश्यकता है जिससे वो अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें। सरकार की हठधर्मिता के कारण बीएड सहित विभिन्न प्रोफेशनल और वोकेशनल कोर्स (सत्र 2020-21) के छात्रवृत्ति से वंचित विद्यार्थी राजभवन के समक्ष धरना दे रहे हैं। विभिन्न जिलों से आये विद्यार्थी मजबूर होकर सरकार के छात्र विरोधी नीतियों एवं अपने हक अधिकार रूपी छात्रवृति के लिए राजभवन के समक्ष अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठ गये। इस क्रम में कई छात्रों की तबीयत भी बिगड़ गयी है। आजसू छात्र हित में छात्रवृति अधिकार मंच की सभी मांगों का समर्थन करती है। इस अवसर पर आजसू के प्रदेश उपाध्यक्ष नीरज वर्मा, प्रदेश सचिव ओम वर्मा, चेतन प्रकाश, अजित कुमार, ज्योत्सना केरकेट्टा, तथा कई अन्य उपस्थित थे।
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