आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि साहेबगंज के मनिहारी घाट दुर्घटना मामले में गठित जांच कमेटी ने अब तक अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है। इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिये। उन्होंने कहा है कि मनिहारी घाट में गंगा नदी में पत्थर लदे 17 ट्रक में से सात ट्रक चालक-खलासी के साथ 24 और 25 मार्च को डूब गये थे। किसी भी ट्रक के पास पत्थर के कोई कागजात उपलब्ध नहीं थे और सारे ट्रक ओवरलोडेड थे। जहाज गैर कानूनी तरीके से रात में गरम घाट से खुले थे। साहंबगंज के उपायुक्त ने खनन माफियाओं के बचाव में अनधिकृत समदा घाट के दिन में जहाज के खुलने का झूठ बोल कर खुद की मिली भगत का प्रमाण दे दिया। जांच कमेटी बनी भी। पर आज तक यह नहीं बताया गया कि उन ट्रकों के पास पत्थर के कागजात थे या नहीं। उपायुक्त ने किस ऊपरी ताकत के दवाब में भय या लालचवश झूठ बोल कर मौत के सौदागरों का बचाव किया? यह समझ के परे हैं। मैंने सारी बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के संज्ञान में लाया है। लेकिन उनकी चुप्पी, कोई कार्रवाई नहीं करना, यह बताने के लिए काफी है कि दामन कितने दागदार हैं। इसलिए ऊपर से भी कुछ कार्रवाई नहीं हो रही है।