अयोध्या में ऐसा तमाचा लगा कि अब राम का नाम लेना भूल गए : प्रदीप यादव
प्रदीप यादव ने कहा कि इनके हाथ खून से रंगे हुए हैं। इन्हें राम पर भरोसा था. राम ने भी इनका साथ छोड़ दिया। अयोध्या में ऐसा तमाचा लगा कि अब राम का नाम लेना भूल गए. अब जय जगन्नाथ कहने लगे हैं. देश में नफरत की नहीं, मोहब्बत की सरकार चलेगी।
भाजपा ने सरकार को अस्थिर करके रखा : प्रदीप यादव
प्रदीप यादव ने कहा कि कोरोना काल को छोड़ दें, तो बाकी समय में कभी भाजपा ने इस सरकार को स्थिर नहीं रहने दिया. एक काम करने वाली सरकार को हमेशा नाकाम करने का प्रयास किया। आपने आॅपरेशन लोटस की बात सुनी होगी. एजेंसियों को लगा रखा है कि विपक्षी सरकारों को काम न करने दो. अगर वह काम करे, तो उसमें बाधा पहुंचाओ. आॅपरेशन लोटस में ईडी, सीबीआई सारी एजेंसियां लगी हुई है। भाजपा ने 2-2 चुने हुए मुख्यमंत्री को जेल भेज दिया. ये लोग भ्रष्टाचार की बात नहीं कर सकते. सरयू राय की पुस्तक का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा के एक मंत्री ने अपने ही मंत्रिमंडल में भ्रष्टाचार के बारे में लिखा है. बाबूलाल मरांडी ने 22 पन्ने की किताब में भाजपा पर 46 आरोप लगाए हैं. ऐसे लोगों को भ्रष्टाचार पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है. भाजपा के नेता ही इनके खिलाफ आरोप लगाते हैं. बावजूद इसके गठबंधन की सरकार ने कल्याणकारी काम किए. उन्होंने सरकार की योजनाएं भी गिनाईं।
गठबंधन के 400 संकल्प में से कोई भी पूरी तरह से पूरा नहीं हुआ : सुदेश महतो
आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि झारखंड की गठबंधन सरकार के घोषणा पत्र में 400 संकल्प थे. इनमें से कोई भी संकल्प पूरी तरह से पूरा नहीं हुआ. बेरोजगारी बहुत बड़ा मुद्दा है. सरकार अब तक 50 हजार सरकारी नौकरी भी युवाओं को नहीं दे पाई. आज तक एक भी नीति नहीं बन पाई पूर्ण रूप से. उन्होंने चंपाई सोरेन को बधाई देते हुए कहा कि आपका कार्यकाल 5 महीने का ही रहा. लेकिन, इस दौरान आपने जनतंत्र के आचरण को अपनाया और उसे फलने-फूलने का अवसर दिया. आपने आदिवासियत को फलने-फूलने का मौका दिया. राजतंत्र की ओर बढ़ रही है सरकार।
13 महीने में 700 किसानों ने दी जान : अकेला
बरही के विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि 13 महीने में 700 किसानों ने जान दे दी. इसके लिए कौन जिम्मेदार है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिम्मेदार हैं. प्रधानमंत्री आवास योजना के पैसे झारखंड को नहीं दिए. विपक्ष के नेता चुप क्यों रहे।
झारखंड पर सबसे ज्यादा समय तक किसने शासन किया : उमाशंकर अकेला
उमाशंकर अकेला ने कहा कि झारखंड बनने के बाद सबसे ज्यादा शासन किसने किया. देश की दुर्दशा किसने की. अकेला ने कहा कि विपक्षी दलों के पास कोई योजना नहीं है. 2000 में बाबूलाल मरांडी मुख्यमंत्री बने. फिर मधु कोड़ा और अर्जुन मुंडा की सरकार बनी. आदिवासियों की दुर्दशा के लिए ये लोग थोथी दलील देते हैं. ये लोग पूछते हैं कि इंडिया की सरकार ने हर साल 5 लाख रोजगार देंगे. आप भूल गए कि 2014 में प्रधानमंत्री ने 2 करोड़ नौकरी देने का वादा किया था. देश के नौजवानों को किसने ठगा. भारतीय जनता पार्टी एक झूठी पार्टी है. 2 करोड़ नौकरी और 15 लाख रुपए कहां हैं, नेता प्रतिपक्ष जी. सबके खाते खुलवा दिए. माताओं-बहनों ने लाइन में लगकर बैंक में खाता खुलवाया. गरीबों और महिलाओं को धोखा नहीं दिया! भारत के प्रधानमंत्री को कहते रह गए कि मणिपुर जाइए, लेकिन नहीं गए. क्यों. किसानों ने 13 महीने तक आंदोलन किया. एमएसपी लागू करने के लिए. लेकिन, इनकी मंशा थी कि पूरे हिंदुस्तान की जमीन अपने मित्रों के हाथों गिरवी रखवा दें. किसानों ने उनके मंसूबे को नाकाम किया।
प्रयोग की धरती बन गया झारखंड : चंपाई सोरेन
चंपाई सोरेन ने कहा कि मुझे कुछ दिन के लिए गठबंधन की ओर से नेतृत्व दिया गया. इसी बीच आम चुनाव हुए. 3 महीने उसी में बीत गए. झारखंड अलग राज्य बनने के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने इस प्रदेश का नेतृत्व किया. लेकिन, प्रदेश में किसी प्रकार का बदलाव नहीं आया. चंपाई सोरेन ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने आदिवासियों की जनसंख्या कम होने की बात कही. रांची में भी यही स्थिति है. आखिर क्यों कम हो गई आदिवासियों की आबादी. झारखंड गरीब प्रदेश नहीं है. खनिज संपदा और वन संपदा से परिपूर्ण है. लेकिन, हम सबके प्रयास के बाद भी आदिवासियों का विकास नहीं हो पाया.
सरकार ने लोगों को जीने का अधिकार नहीं दिया : अमर बाउरी
नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की सरकार को भ्रष्टाचार में लिप्त सरकार करार दिया. कहा कि ये 2 महीने की सरकार क्यों बनी है. लोगों से जो वादे किए थे, उसे पूरा करने के लिए बनी है या अपने भ्रष्टाचार के साक्ष्यों को मिटाने के लिए बनी है।
मुसलमानों की आबादी बढ़ी, आदिवासी घटते गए : अमर बाउरी
लैंड जिहाद, लव जिहाद और अब वोट जिहाद भी आ गया है. मां-बेटी-रोटी को बचाने का काम नहीं करेगी यह सरकार, तो आने वाली पीढ़ी आपको माफ नहीं करेगी. आपसे इसका जवाब मांगेगी. अमर बाउरी ने कहा कि झारखंड में मुसलमानों की आबादी बढ़ती जा रही है. आदिवासी घटते जा रहे हैं. सिदो-कान्हू ने आदिवासी अस्मिता के लिए 50 हजार आदिवासियों को भोगनाडीह में जमा किया था. उस भोगनाडीह में अब सिर्फ 7 आदिवासी परिवार बचे हैं।