रांची: झारखंड में एक 40 साल की महिला को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला. उस महिला पर एक छोटी सी बच्ची की चोटी काटने का आरोप लगाया गया था. पिछले एक महीने में यह ऐसी दूसरी घटना है. बच्ची की एक हफ्ते पहले चोटी कटी थी. उसी के आरोप में भीड़ ने महिला को पकड़ लिया था. पुलिस ने बताया कि चार लोगों पर हमला किया गया था. वे चारों लोग भीख मांगकर अपना गुजारा किया करते थे. उन्हीं चार लोगों में यह महिला भी शामिल थी. महिला के साथ एक नौ साल का लड़का भी था. कथित तौर पर दोनों पर भीड़ ने पत्थरबाजी भी की थी. गंभीर चोटों की वजह से लड़का फिलहाल हॉस्पिटल में ही है. खबर के मुताबिक, पुलिस ने बताया है कि मामले की आगे जांच चल रही है. अंधविश्वास के साथ-साथ बाकी पहलुओं पर भी गौर किया जा रहा है. पुलिस ने बताया कि वहां मौजूद कुछ लोगों ने ही उनको इस बात की जानकारी दी थी. उन लोगों ने भीड़ को रोकने की कोशिश की थी.
लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी. भीड़ के शांत होने पर दोनों को हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था, जहां पर महिला को मृत घोषित कर दिया गया. इससे पहले आगरा में 60 साल की एक दलित महिला को पीट-पीटकर मार डाला गया था. उस महिला को भी चोटी काटने वाली के शक में पकड़ा गया था. बाद में पता चला था कि वह महिला सुबह-सुबह अंधेरे में शौच करने गई थी लेकिन रास्ता भूल जाने की वजह से दूसरे गांव की तरफ चली गई थी. जहां भीड़ ने उसको पीट-पीटकर मार डाला. चोटी काटने की बातें राजस्थान से शुरू हुई थीं. जिसके बाद हरियाणा, यूपी, दिल्ली से भी ऐसे मामले सामने आने लगे. कहा जाता है कि कोई अंधेरे में आकर किसी भी महिला की चोटी काट जाता है. जिसके बाद महिला की तबीयत भी बिगड़ जाती है. चोटी काटने वाले के बारे में फिलहाल कुछ पता नहीं चला है. कुछ केस सुलझाए गए हैं. जिसमें चोटी काटने वाला कोई जानकार ही होता है.