पटना: बिहार में महाबंधन टूटने के बाद सत्ता से बेदखल हुए लालू के लाला और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ ‘जनादेश अपमान यात्रा’ के तहत बिहार की जनता से मुलाकात कर नीतीश से मिले धोखे की कहानी बता रहे हैं। इस दौरान तेजस्वी ने एक बार फिर से नीतीश के DNA पर सवाल खड़े करते हुए पीएम मोदी को भी निशाने पर लिया।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तेजस्वी यादव ने बयान जारी कर कहा कि मैं जनता के बीच गया तो जनता कह रही है नीतीश जी का DNA खराब है। क्या अब वो अपने DNA की जांच के लिए जनता को अपने नाखून और बाल का सैम्पल भेजेंगे? आपको बता दें कि राजनीति में DNA जांच की बात ये कोई पहली बार नहीं सुना जा रहा है, महागठबंध टूटने के तुरंत बाद ही तेजस्वी ने DNA का मुद्दा उठाया था।

लेकिन बिहार की राजनीति में DNA से खेलने के श्रेय मौजूदा पीएम नरेंद्र मोदी के ही जाता है। बिहार में 2015 विधानसभा चुनाव के लिए मजुफ्फपुर में एक रैली के दौरान पीएम मोदी ने नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि उनका डीएनए ही खराब है।

बता दें कि ये वो दौर था जब नरेंद्र मोदी के कारण ही नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ सालों पुराने नाते को तोड़ते हुए महागठबंधन में शामिल होने का फैसला किया था, लेकिन आज समय और हालात सब बदल गए है। पीएम मोदी के कंधों पर देश की जिम्मेदारी है, लिहाजा वह आरोप-प्रत्यारोप से दूर रहना चाह रहे है, जबकि तेजस्वी को बाली उम्र ही सत्ता मिलने और फिर हाथ से निकलने का मलाल है, ऐसे में वह अपने साथ जनता को लाने के लिए प्रदेश की यात्रा कर रहे हैं और नीतीश कुमारी की सच्चाई से जनता को रूबरू करा रहे हैं।

आपको बता दें कि तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट करते हुए पीएम मोदी से सवाल भी किया है, जिसमें तेजस्वी बिहारीयों के हवाले से कह रहे हैं, “बिहारीयों की नरेंद्र मोदी जी से करबद्ध प्रार्थना है, वो जानना चाहते हैं कि नीतीश जी का DNA पहले खराब था या अब है। देश को बताने की कृप्या करे”।

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