अजय शर्मा
रांची। रांची के एसएसपी अनीश गुप्ता और सिटी एसपी हरिलाल चौहान के बीच अनबन की सूचना है। इसके अनुसार एसएसपी के आदेशों को सिटी एसपी नहीं मानते हैं। सिटी एसपी अपने अनुसार पुलिस को चलाना चाहते हैं। इसका असर जूनियर अधिकारियों पर पड़ रहा है। दोनों के बीच बढ़ती दरार को पाटने की कोशिश भी शुरू हो गयी है। गुरुवार को देर रात तक पुलिस मुख्यालय के सीनियर अधिकारी इसमें लगे रहे। सिटी एसपी पर आरोप है कि वह थानेदारों और जूनियर अधिकारियों को हड़काते रहते हैं। उन्होंने जगन्नाथपुर के थाना प्रभारी अनूप कर्मकार, वहां के जमादार और एक अन्य थाना प्रभारी को अकारण बदलने की अनुशंसा कर दी। सिटी एसपी के व्यवहार से रांची के थानेदारों में असंतोष व्याप्त है।
गुरुवार को क्या हुआ
गुरुवार को एसएसपी ने सिटी एसपी को कुछ आदेश दिया और उस पर काम करने को कहा। सिटी एसपी ने एसएसपी को पलट कर जवाब दे दिया कि वह निर्देश दे सकते हैं, आदेश नहीं। इतना सुनते ही एसएसपी सन्न रह गये। उन्होंने कुछ नहीं कहा। बाद में इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों को दी गयी। आइजी स्तर के एक अधिकारी की अगुवाई में मामले को सुलझाने की कोशिश की गयी। देर रात तक यह सिलसिला चलता रहा। सिटी एसपी पर आरोप है कि वह इसके पहले संथाल परगना के एक जिले में पदस्थापित थे। उस समय की आइजी सुमन गुप्ता के साथ भी उनका विवाद हुआ था। कुछ दिन पहले उनका तबादला झारखंड जगुआर से रांची के सिटी एसपी के पद पर हुआ है। झारखंड जगुआर में भी उनका अलग खौफ था। रांची में अपराध नियंत्रण समेत अन्य जिम्मेदारी एसएसपी की होती है। उनकी मदद के लिए सिटी एसपी और ग्रामीण एसपी होते हैं।
पहले भी होता रहा है विवाद
झारखंड में इसके पहले भी अधिकारियों के बीच विवाद होते रहे हैं। पलामू में जब अनुप टी मैथ्यू एसपी थे, तो अपने सीनियर अधिकारी से उनका विवाद हो गया था। हजारीबाग में जब मनोज कौशिक एसपी थे, तो उनका विवाद आइजी स्तर के अधिकारी से हुआ था। जब डीके पांडे डीजीपी थे, तो उन्होंने आइपीएस अधिकारी रेजी डुंगडुंग, हेमंत टोप्पो और सुमन गुप्ता के विरुद्ध गलत जानकारी सीएमओ तक पहुंचा दी थी। बाद में इन अधिकारियों का तबादला कर दिया गया था। अब सिटी एसपी चर्चा में आये हैं। सरकार जल्द ही इनके बारे में कोई निर्णय लेगी।

कुछ नहीं हुआ था, सामान्य है बात: एसएसपी
इस बाबत संपर्क करने पर एसएसपी अनीश गुप्ता ने कहा कि कुछ नहीं हुआ था। यह तो सामान्य बात है। रांची को अपराधमुक्त करने की दिशा में पुलिस काम कर रही है।

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