केंद्र सरकार की मध्यस्थता के बाद पंजाब व हरियाणा के बीच मंगलवार को दोपहर बाद पहली बार होने जा रही सतलुज-यमुना लिंक (एसवाईएल) वार्ता शुरू होने से पहले पंजाब की राजनीति गरमा गई है। एसवाईएल के मुद्दे को हवा देते हुए एक बार फिर से विपक्षी दल शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने सत्तारूढ़ कांग्रेस का समर्थन किया है।
 
अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल ने कहा है कि इस मुद्दे पर अकाली दल अमरिंदर के साथ है और वह पंजाब के पानी के हितों का समझौता न करें।
 
शिरोमणि अकाली दल प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने मंगलवार सुबह जारी एक बयान में कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पानी के मुद्दे पर राज्य के अधिकारों के साथ किसी भी तरीके से समझौता न करें।क्योंकि यह पानी सीमावर्ती लोगों की जीवन रेखा है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि अकाली दल राजनीति से उपर उठकर सरकार का समर्थन करने के लिए तैयार है। अलबत्ता अमरिंदर रिपेरियल सिद्धांत के अनुसार कार्य करें। उन्होंने रिपेरियन लॉ के चलते उठाए जाने वाले प्रत्येक कदम का अकाली दल द्वारा समर्थन किया जाएगा।
एसवाईएल के निर्माण की सभी संभावनाओं को खारिज करते हुए सुखबीर बादल ने कहा कि पंजाब के पास अतिरिक्त पानी है, जो किसी दूसरे राज्य को दिया जाए। उन्होंने कहा कि पंजाब के साथ पहले ही अन्याय होता रहा है। चाहे वह राजधानी का मुद्दा हो या फिर अन्य मुद्दे। उन्होंने कहा कि पंजाब के हितों की रक्षा के लिए अकाली दल जहां कांग्रेस सरकार द्वारा सिद्धांतों के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी वहीं अकाली दल किसी भी कुर्बानी से पीछे नहीं हटेगा।
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