पूर्वी सिंहभूम/रांची। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि यदि लगन और ईमानदारी से परिश्रम किया जाय तो लक्ष्य की प्राप्ति अवश्य होती है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे अपनी दिनचर्या निर्धारित करें एवं उसका अनुसरण करें। जीवन में समय के महत्व को समझें। राज्यपाल गुरुवार को टीपीएस डीएवी पब्लिक स्कूल, बहरागोड़ा के वार्षिक समारोह में विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि शिक्षा का स्थान आपके पैतृक संपत्ति, बैंक बैलेंस एवं धन-दौलत से ऊपर है। आप कहीं भी जायेंगे तो आपकी पहचान शिक्षा एवं संस्कार से होगी। जीवन में शिक्षा का अत्यंत महत्व है। उन्होंने कहा कि राज्य के दूरस्थ स्थल पर स्थापित इस विद्यालय में आयोजित इस समारोह में आकर बहुत प्रसन्नता हो रही है। क्योंकि, यहां पर चारों तरफ के दूरदराज के ग्रामों से विद्यार्थी पढ़ने आते हैं एवं उन्हें अच्छी शिक्षा प्राप्त हो रही है।

राज्यपाल ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस युग में आप सभी तभी सफल हो पायेंगे, जब आप शिक्षित होंगे। शिक्षित होकर आप अपने समाज का भला भी करेंगे। समाज सुखी होगा तभी हमें वास्तविक सुख की अनुभूति होगी। इसलिए शिक्षित होकर समाज को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करना है। इसके लिए जीवन में अनुशासित रहकर कार्य करना जरूरी है।

राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश में मैकाले की शिक्षा पद्धति ही लागू थी, जिसके कारण हम परतंत्रता की भावना से उबर नहीं पा रहे थे। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में इस बात का ध्यान रखा गया है कि देश का सर्वांगीण विकास कैसे हो? उन्होंने इसी क्रम में बताया कि हमें विभिन्न भाषाओं को भी सीखना चाहिए।

राज्यपाल कार्यक्रम में भाग लेने के बाद लौटने के क्रम में एक दिव्यांग से मिले। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को उनके समस्याओं के निदान के लिए निर्देश दिया।

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