जोहान्सबर्ग। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए पुरुष और महिला क्रिकेटरों का वेतन समान कर दिया है। इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड और भारत के साथ ऐसे सूची में शामिल हो गया है, जिन्होंने लिंग के आधार पर वेतन समान कर दिया है।
बता दें कि इससे पहले इस साल की शुरुआत में आईसीसी ने घोषणा की थी कि आईसीसी आयोजनों में पुरुषों और महिलाओं की टीमों के लिए समान पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी।
दक्षिण अफ्रीका की महिला क्रिकेटरों के लिए मैच फीस में बदलाव अगले महीने पाकिस्तान दौरे से लागू होगा, जहां दक्षिण अफ्रीका की टीम तीन टी-20 और इतने ही एकदिनी मैचों की श्रृंखला खेलेगी।
इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड ने महिलाओं की घरेलू पेशेवर लीग की भी घोषणा की।
नई घरेलू संरचना मौजूदा 16-टीम, दो-स्तरीय सेट-अप से प्रेरित है। 16 टीमों को दो स्तर में विभाजित किया है। पहले स्तर में शीर्ष छह टीमें होंगी और दूसरे स्तर में बची 10 टीमों को पदोन्नति-प्रत्यारोपण प्रणाली के साथ पांच-पांच के दो समूहों में विभाजित किया जाएगा।
शीर्ष छह टीमों को अब अधिकतम 11 खिलाड़ियों को अनुबंधित करने की अनुमति दी जाएगी और वे अपने सेट-अप में अधिक पूर्णकालिक कोच और सहायक स्टाफ भी जोड़ सकेंगे। शीर्ष छह टीमें 50-ओवर और 20-ओवर की प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा करेंगी।
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के सीईओ फोलेत्सी मोसेकी ने कहा, “महिलाओं की घरेलू संरचना के व्यावसायीकरण का उद्देश्य स्थानीय प्रतिभाओं को चमकने के लिए एक मंच प्रदान करके महिला क्रिकेट परिदृश्य को ऊपर उठाना है। वैश्विक मंच पर दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेट की सफलता के साथ, हमारा मानना है कि यह स्थानीय प्रतिभाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।”
उन्होंने आगे कहा, “महिलाओं के घरेलू ढांचे को पेशेवर बनाने को प्रशंसकों, खिलाड़ियों और प्रायोजकों से समान रूप से उत्साह मिला है। हम ब्रांडों से आह्वान करते हैं कि वे देश में खेलों में महिलाओं के इर्द-गिर्द की कहानी को फिर से परिभाषित करने की लीग की क्षमता को पहचानते हुए महिला क्रिकेट के लिए अपना समर्थन जारी रखें।”