रांची। मोरहाबादी में शुक्रवार को आयोजित भाजपा युवा मोर्चा के युवा आक्रोश रैली में पुलिस की कार्रवाई से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता घायल हो गए, जिनका रिम्स और अन्य अस्पतालों में इलाज कराया जा रहा है। घायलों को देखने के लिए प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह सहित अन्य वरीय नेता पहुंचे। बाद में पत्रकारों से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मोरहाबादी मैदान में आक्रोश रैली की सभा के बाद मुख्यमंत्री आवास के लिए शांतिपूर्वक मार्च निकाल रहे भाजपा नेताओं और कार्यकतार्ओं पर जिस प्रकार का रवैया राज्य सरकार ने दिखाया वह कायरतापूर्ण है। बर्बर तरीके से आंसू गैस और वाटर कैनन का प्रयोग किया गया। आज का दिन लोकतंत्र के काले अध्याय के रूप में दर्ज हो गया। आंसू गैस के गोले दागे गये। इससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत, घबराहट, आंखों से देखने में परेशानी हो रही थी। आंसू गैस के गोले, प्लास्टिक की गोलियां काफी तेज आवाज में चलाई गई।

आंसू गैस के गोले मंच के आसपास भी गिरे। राज्य सरकार द्वारा सुनियोजित तरीके से यह कार्रवाई की गयी है। मोरहाबादी मैदान के आसपास तीन लेयर में कंटीले तार लगाये गये थे। इस दौरान दर्जनों कार्यकर्ता घायल हो गये। मरांडी ने कहा कि आज मेरे भाषण के दौरान मोराबादी मैदान में कुछ आंसू गैस के गोले छोड़े गये। एक नहीं, 7-8 आंसू गैस छोड़े गये। कुछ आंसू गैस तो मंच के समानांतर छोड़े गये। ये आंसू गैस के गोले, वाटर कैनन के फव्वारे और कंटीले तारों की घेराबंदी भी अब हेमंत सरकार को नहीं बचा पाएंगे। झारखंड के युवाओं को उनके हक की नौकरी, उनके हक का रोजगार और पिछले पांच सालों से हो रही नाइंसाफी का न्याय दिलाने के लिए निर्णायक लड़ाई का आगाज हो चुका है। मरांडी ने कहा कि भाजपा, युवाओं को इंसाफ दिलाने के लिए हेमंत सरकार के हर दमनकारी कदम का मुंहतोड़ जवाब देगी। आज जिस अलोकतांत्रिक तरीके से युवाओं, बेरोजगारों को रांची आने से रोका गया और मेरे संबोधन के दौरान जिस प्रकार से आंसू गैस छोड़कर नुकसान पहुंचाने एवं बाधा डालकर जनमानस को उकसाने का प्रयास किया गया, हम इसके न्यायिक जांच की मांग करते हैं।

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