-दुमका में 79, रांची 304, जामताड़ा में 301 नये आंदोलनकारी
अजय शर्मा
रांची। झारखंड अलग राज्य के निर्माण के दौरान हुए आंदोलन में शामिल आंदोलनकारियों के दिन बहुरने वाले हैं। सीएम हेमंत सोरेन के निर्देश पर आंदोलनकारियों को चिह्नित करने वाले आयोग ने इसकी सूची तैयार कर ली है। जल्द ही इस फाइल पर सीएम की सहमति हो जायेगी। आंदोलनकारियों के अधिकांश मामले राज्य सरकार पहले ही वापस ले चुकी है। कई के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। झारखंड को अलग राज्य का दर्जा मिले इसके लिए झामुमो के सुप्रीमो शिबू सोरेन की अगुवाई में भी करीब दो दशक तक आंदोलन किया गया। इस दौरान करीब 10 हजार लोग जेल गये थे। कई बहनों का भाई और कई महिलाओं का पति छिन गया था। वैसे परिवारों की सूची अलग से तैयार की जा रही है। आंदोलनकारियों को मिलनेवाले लाभ में मुख्य रूप से पेंशन है। अभी जो सूची तैयार की गयी है। उसमें राज्य भर के 2997 आंदोलनकारी चिह्नित किये गये हैं।
कितनी मिलेगी पेंशन
छह माह से अधिक जेल में रहनेवाले आंदोलनकारियों को 7 हजार रुपये नगद प्रतिमाह। छह माह से कम और तीन माह से ज्यादा जेल में बंद आंदोलनकारियों या उनके परिजन प्रतिमाह 5 हजार रुपये मिलेंगे। तीन माह से कम जेल में बंद रहनेवाले आंदोलकारियों या उनके परिजनों को तीन हजार पांच सौ रुपये प्रतिमाह दिये जायेंगे।
कैसे तैयार की गयी है सूची
आंदोलनकारियों की सूची आंदोलन के दौरान दर्ज एफआइआर और जेल के रिकार्ड से तैयार की गयी है। इसके लिए आंदोलनकारी चिह्नितीकरण आयोग का गठन किया गया है।
नये आंदोलनकारियों की संख्या
बोकारो 57, चतरा 89, देवघर 145, पश्चिम सिंहभूम 74, सरायकेला खरसावां 111, साहिबगंज 3, रांची 304, रामगढ़ 177, पलामू 47, लोहरदगा 65, लातेहार 5, खूंटी 18, जामताड़ा 301, हजारीबाग 256, गुमला 08, गोड्डा 277, गिरिडीह 431, गढ़वा 27, पूर्वी सिंहभूम 489, दुमका 79 और धनबाद मे 34 आंदोलनकारी नये चिह्नित किये गये हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सहमति मिलने के बाद पेंशन का लाभ मिलने लगेगा।