पलामू। तरहसी-पांकी विधानसभा क्षेत्र से रांची रैली में जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को जांच के बहाने शुक्रवार को हेरहंज औऱ बालूमाथ में रोके जाने पर पांकी विधायक डॉ. शशिभूषण मेहता भड़क गए एवं बालूमाथ में धरना पर बैठ गए। उन्होंने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ धरना देकर झारखंड सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इस कार्रवाई को तानाशाही करार दिया।

विधायक ने कहा कि पांकी विधानसभा क्षेत्र से निकलने के बाद सबसे पहले हेरहंज में एक से डेढ़ घंटे तक रोका गया। वहां से किसी तरह बहस कर निकलने पर बालूमाथ में दो घंटे से रोके जाने पर सारे कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर ही धरना देने का निर्णय लिया गया।

विधायक ने कहा कि हजारों युवा बेरोजगारी के सवाल पर अपनी आवाज बुलंद करने के लिए रांची जा रहे थे लेकिन एक योजनाबद्ध तरीके से पुलिस के सहारे हेमंत सरकार ने उन्हें रोका और परेशान करने की कोशिश की गई। मुख्यमंत्री नहीं चाहते कि उनकी कमियां सार्वजनिक हो। विपक्ष के लगातार प्रहार से सरकार तिलमिला गई है।

विधायक डॉ. मेहता ने कहा कि सारे कार्यकर्ता सुबह से निकले हुए हैं और भूखे प्यासे उन्हें रास्ते में रोकना नाइंसाफी है। जांच के नाम पर केवल वाहनों को रोक कर रखा गया। जांच नहीं की गयी। आने वाले समय में तानाशाह हेमंत सोरेन की सरकार को झारखंड के युवा उखाड़ फेंकेंगे। हेमंत सोरेन की तानाशाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि उन्हें रोके जाने से स्पष्ट होता है कि यह सरकार पूरी तरह से विफल है और अपनी विफलता पर पर्दा डालने के लिए ही ऐसी कार्रवाई की है।

इस मौके पर पांकी मंडल अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह, शंकर शुक्ला, लाला यादव, पांकी विधायक प्रतिनिधि सुरेंद्र सिंह, कार्तिक सिंह, तरहसी मंडल अध्यक्ष अजीत प्रसाद गुप्ता समेत कई लोग मौजूद थे।

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