हजारीबाग। हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार देर रात एक बड़ी दुर्घटना होते-होते बच गई। देर रात लेबर रूम में अचानक आग लग गई। उस समय वार्ड में करीब 40 से 50 मरीज मौजूद थे। अचानक उठी लपटों और धुएं से वार्ड में अफरा-तफरी मच गई और मरीजों के परिजन घबराकर इधर-उधर दौड़ने लगे।

जांच में सामने आया कि आग का कारण अस्पताल में मौजूद मरीज के परिजनों की ओर से मच्छर भगाने के लिए जलाई गई अगरबत्ती थी। बताया जा रहा है कि अगरबत्ती से निकली चिनगारी ऑक्सीजन पाइप के संपर्क में आ गई। पाइप के संपर्क में आने के बाद आग तेजी से फैलने लगी और वार्ड में धुआं भर गया। स्थिति बिगड़ती देख वहां मौजूद कर्मचारी तुरंत हरकत में आए और मरीजों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की कोशिश शुरू कर दी।अस्पताल कर्मियों और परिजनों की सूझबूझ से बड़ी अनहोनी टल गई। सभी मरीजों को समय रहते सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। कर्मचारियों ने अग्निशामक यंत्रों की मदद से आग पर काबू पा लिया।

इस बीच दमकल विभाग को भी सूचना दी गई, लेकिन मौके पर पहुंचने से पहले ही आग को नियंत्रित कर लिया गया। राहत की बात रही कि इस घटना में किसी प्रकार का जान-माल का नुकसान नहीं हुआ।

घटना की सूचना मिलते ही सांसद मनीष जायसवाल के प्रतिनिधि रंजन चौधरी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया और अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही पर नाराजगी जताई। चौधरी ने कहा कि अगर समय पर कर्मचारी सक्रिय नहीं होते तो बड़ी जनहानि हो सकती थी। उधर, अस्पताल प्रबंधन ने सुरक्षा उपायों को मजबूत करने का आश्वासन दिया है। साथ ही प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे और अस्पताल स्टाफ को आपातकालीन स्थिति से निपटने का विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version