पश्चिम सिंहभूम। पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित झारखंड और ओडिशा को जोड़ने वाला ऐतिहासिक वैतरणी पुल अब खतरे की जद में है। एनएच-20 पर स्थित यह पुल क्षेत्र की सामाजिक, व्यावसायिक और स्वास्थ्य सुविधाओं की रीढ़ माना जाता है, लेकिन वर्तमान में इसकी हालत मरणासन्न हो चुकी है। पुल की स्थिति को लेकर बुधवार को भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री बड़कुंवर गगराई ने स्थल का निरीक्षण किया और प्रशासन को सख्त चेतावनी दी है कि यदि 15 दिनों के भीतर मरम्मत कार्य शुरू नहीं हुआ, तो भाजपा पुल पर ही अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेगी।

गगराई ने बताया कि पुल पर बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं, सरिए बाहर निकल आए हैं और सुरक्षा दीवार तक नहीं है। हल्के वाहनों के गुजरने से ही पुल कांपने लगता है और भारी वाहनों के कारण स्थिति और भी भयावह हो जाती है। उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही से यह जीवनदायिनी पुल अब मौत का रास्ता बन चुका है। प्रशासन की निष्क्रियता के चलते स्थानीय युवाओं ने श्रमदान कर पुल को अस्थायी रूप से उपयोगी बनाया, लेकिन स्थायी समाधान जरूरी है। निरीक्षण के दौरान मधु महतो, सत्यपाल बेहरा, सुभाष सिंहा, अर्जुन सरदार, संजय बारीक, शंभू गुप्ता और दुर्गा बेहरा सहित कई स्थानीय नेता और ग्रामीण उपस्थित थे।

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