नई दिल्ली: मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) ने 19 कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इन सभी कंपनियों ने करीब 700 ट्रांजैक्शंस की मदद से 424 करोड़ रुपये के अधिक की रकम विदेश भेजी.. एजेंसी इन ट्रांजैक्शंस को शेल कंपनियों के जरिये मनी लॉन्ड्रिंग का मामला मानकर चल रही है.यह आरोप है कि 2015 में पंजाब नेशनल बैंक, मिंट स्ट्रीट शाखा, चेन्नई के अज्ञात अधिकारियों ने 19 आरोपी कंपनियों के साथ साजिश रची.
इन कंपनियों का इस बैंक की शाखा में खाता था. एफआईआर के मुताबिक ये कंपनियां ने बिना किसी सही व्यापारिक लेन-देन के हांगकांग को विदेशी मुद्रा भेज रही थीं. बैंक में इस प्रकार खोले गए खातों का विदेशों में पैसे भेजने में इस्तेमाल किया जा रहा था. CBI के मुताबिक जनवरी 2015 से मई 2015 के बीच विभिन्न चालू खातों के जरिये आयात के लिये 700 लेन-देन के लिये अग्रिम रकम भेजी गई. कुल राशि 424.58 करोड़ रुपये थी. CBI का कहना है कि सारी अग्रिम रकम नॉस्ट्रो खाता के जरिये भेजी गई जिसे HSBC, न्यूयॉर्क मेंटेन रखता है. बैंक ने पाया था कि कोई भी इकाई दिये गए पते पर काम नहीं कर रही थी. ऐसे में सीबीआई इन कंपनियों की जांच कर सच बाहर लाने की कोशिश कर रही है.