मुंबई: एचडीएफसी बैंक के वाइस प्रेजिडेंट सिद्धार्थ संघवी के मर्डर का मोटिव बेहद चौंकाने वाला है। हत्यारे सरफराज शेख ने महज EMI चुकाने के लिए संघवी की हत्या कर दी थी। 26 वर्षीय शेख ने गिरफ्तारी से पहले पुलिस को उलझाने के लिए कई बार अपने बयान बदले थे। पहले हत्या की वजह ईर्ष्या बताने वाली पुलिस ने कहा था कि हत्या की मुख्य वजह लूट थी और शेख ने 30 हजार रुपये की EMI चुकाने के लिए संघवी को मार डाला।

जब आरोपी शेख को भोइवाड़ा मजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने पेश किया गया तब उससे पूछा गया कि क्या वह कुछ कहना चाहता है? इसके बाद शेख ने अपना हाथ उठाते हुए विटनेस बॉक्स में खड़ा हो गया। उसके बाद शेख ने हत्या का मोटिव बताया। उसने सबसे पहले कहा, ‘हां सर, मैंने उन्हें मार डाला। यह मेरी भयंकर भूल थी।’ शेख ने कहा कि उसने मोटरसाइकिल खरीदने के लिए लोन लिया था। पिछले 2-3 महीने से वह लोन नहीं चुका पाया था, तब उसने संघवी को लूटने का फैसला किया लेकिन, जल्दी में मैंने उनकी हत्या कर दी।

शेख ने पुलिस को बताया था कि उसे पैसों की सख्त जरूरत थी। इसीलिए उनसे लूट की योजना बनाई। उसे उम्मीद थी कि संघवी से उसे 30-3 हजार रुपये मिल जाएंगे। बता दें कि बुधवार से गायब चल रहे संघवी का शव सोमवार को कल्याण के हाजी मलंग इलाके में पाया गया। पुलिस ने बताया था कि जब शेख और संघवी के बीच पैसे को लेकर पार्किंग में विवाद हुआ तो संघवी ने अलार्म बजा दिया था, जिससे घबराकर शेख ने उनपर हमला कर दिया। हत्या करने के बाद शेख ने संघवी के शव को कार में रखा और हाजी मलंग के पास लाकर फेंक दिया।

शेख ने पुलिस को बयानों में उलझाया
इससे पहले दिए गए बयान में शेख ने पुलिस को बताया कि उसे तीन लोगों ने हत्या का कॉन्ट्रैक्ट दिया था।

पुलिस ने बताया कैसे की हत्या
कॉन्ट्रैक्ट वर्कर शेख संघवी के लोअर परेल ऑफिस के पार्किंग में संघवी की कार की पिछली सीट पर बैठा था और उसने वीपी की गर्दन पर चाकू लगा रखा था। जैसे ही संघवी घूमे उनकी गर्दन कट गई। तब संघवी कार ने नीचे उतरे और अलार्म बजा दिया। तभी डरे हुए शेख ने संघवी का पीछा किया और उनपर 13 बार चाकुओं से हमला कर उनकी हत्या कर दी।

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