पटना। बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय शनिवार दोपहर 12 बजे अचानक पटना के वीरचंद पटेल पथ स्थित जदयू मुख्यालय पहुंच गये। उनको अचानक जदयू दफ्तर पहुंचे देख वहां मीडियावालों का हुजूम लग गया। वहां कुछ देर में मुख्यमंत्री और जदयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार भी पहुंचने वाले थे। सभी यह कयास लगाने लगे कि गुप्तेश्वर पांडेय जदयू में शामिल होने जा रहे हैं और नीतीश कुमार ही उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलायेंगे। हालांकि यह बात कयास ही साबित हुई। क्योंकि मुख्यमंत्री के जदयू दफ्तर पहुंचने के कुछ ही देर बाद गुप्तेश्वर पांडेय वहां से निकल गये। निकलने से पहले मीडियावालों से उन्होंने यह कहा कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद देने आये थे। धन्यवाद इस बात का कि उन्होंने मुझे पद पर रहते हुए पूरी आजादी से कार्य करने का मौका दिया। राजनीति में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बार-बार यही दोहराया कि वे अभी किसी पार्टी में शामिल होने नहीं जा रहे हैं। उन्होंने अभी चुनाव लड़ने के बारे में कोई फैसला नहीं लिया है। वे बस मुख्यमंत्री से औपचारिक मुलाकात करने आये थे। इतना कहने के बाद ही वे पार्टी दफ्तर से निकल गये।
बता दें कि 22 सितंबर को डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने वीआरएस ले लिया था। तभी से उनके राजनीति में जाने और विधानसभा या लोकसभा का उपचुनाव लड़ने के कयास लगाये जा रहे थे। इस बात की जबरदस्त चर्चा थी कि वे वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने मुझे खुल कर काम करने का मौका दिया
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