गोविंदपुर (धनबाद)। गोविंदपुर थाना क्षेत्र की जमडीहा पंचायत अंतर्गत कुबरीटांड़ शिव मंदिर में स्थित हनुमान जी की प्रतिमा को सुबह साढ़े नौ बजे क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना के बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण है। इधर, घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपित को पकड़ कर बंधक बना लिया और जय श्रीराम के नारे लगाने लगे। मामले की सूचना मिलने पर ग्रामीण एसपी रिश्मा रमेशन, डीएसपी अमर कुमार पांडेय, गोविंदपुर के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर उमेश प्रसाद सिंह, बीडीओ संतोष कुमार, सीओ रामजी वर्मा और दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचीं और काफी जद्दोजहद के बाद स्थिति को काबू में किया। ग्रामीणों ने नावाटांड़ के रहने वाले आरोपित इम्तियाज अंसारी, पिता मुस्लिम अंसारी को बांध कर पुलिस के हवाले कर दिया। आक्रोशित ग्रामीण उपस्थित अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रहे थे। पुलिस ने आरोपित को कठोरतम सजा दिलाये जाने का भरोसा लोगों को दिया।
मंदिर में घुस कर मूर्ति तोड़ रहा था आरोपित, पहले भी मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने का लगा था आरोप
घटना के संबंध में ग्रामीण राजेश महतो ने बताया कि शुक्रवार को सुबह करीब 9:30 बजे उक्त युवक ने मंदिर परिसर में प्रवेश किया था। उस समय राजेश अपने साथियों के साथ शौच के लिए जा रहा था। वापस आते समय देखा कि आरोपित मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर रहा था। राजेश और उसके साथियों को देख आरोपित भागने लगा, तो उन्होंने शोर मचा कर ग्रामीणों को बुलाया और खदेड़ कर उस युवक को पकड़ लिया। ग्रामीणों ने मंदिर परिसर में ही आरोपित को रस्सी से बांध कर पुलिस प्रशासन को मामले की सूचना दी।
ग्रामीणों का आरोप है कि इसी युवक ने छह माह पूर्व टुंडी थाना क्षेत्र के कोटालडीह गांव में भी मंदिर एवं भगवान की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया था। 15 जनवरी 2016 को नावाटांड़ में भी उसने भगवान की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया था। दोनों बार उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था, लेकिन इस बार ग्रामीण उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मामले की जानकारी मिलने पर विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, भाजपा आदि दलों के नेता भी घटनास्थल पर पहुंचे और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग पुलिस से की।

दो दिन पहले ही रांची में भी हो चुकी है इस तरह की घटना
गौरतलब है कि दो दिन पहले ही रांची में बीते 28 सितंबर को झारखंड की राजधानी रांची के मेन रोड में स्थित हनुमान मंदिर में असामाजिक तत्वों ने बजरंग बली की मूर्ति को खंडित कर दिया था। घटना की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और उग्र लोगों को समझा-बुझा कर शांत किया था। लोगों का कहना था कि मूर्ति को खंडित कर शहर में अशांति फैलाने की कोशिश की गयी है। हर हाल में मूर्ति को खंडित करनेवाले आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इधर, इसके ठीक बाद धनबाद में इस तरह की घटना से लोगों में आक्रोश है।

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