आजाद सिपाही संवाददाता
दुमका। दुमका में 10 दिनों के अंदर दो किशोरियों की निर्ममता से हत्या की घटना के बाद पहली बार दुमका पहुंचे झामुमो विधायक नलिन सोरेन और बसंत सोरेन ने बुधवार को दोनों किशोरियों के स्वजनों से मिल कर हरसंभव मदद का भरोसा दिया। रानीश्वर में आदिवासी किशोरी के स्वजनों को नौ लाख रुपये की मुआवजा राशि का चेक सौंपा। दुमका लौटने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि झामुमो का परिवार हमेशा दुमका की जनता के साथ खड़ा है। कहा कि दोनों मामलों में सरकार और प्रशासन अपना काम तेजी से कर रहा है। सरकार की ओर से दोनों के स्वजनों को 10-10 लाख रुपये बतौर मुआवजा उपलब्ध कराया गया है। घटनाओं की जांच तेजी से हो रही है। दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी। एक सवाल पर कहा कि एसडीपीओ नूर मुस्तफा मेरा कोई रिश्तेदार नहीं है। आरोप लगे हैं तो सरकार इसकी जांच करा रही है। दोषी होने पर कार्रवाई भी होगी। इसी क्रम में बसंत ने कहा कि दोनों किशोरियों के शव पर भाजपा घटिया राजनीति कर रही है। भाजपा के लोग ऐसे बहानों को ढूंढ़ते हैं और इसका राजनीतिकरण करते हैं। कहा कि आज किशोरी का दशकर्म है, अगर संवेदना होती तो यहां 10 दिनों तक ही खड़ा होकर दिखाते।
कोई बांग्लादेशी है तो कागजात दिखाये : बसंत सोरेन ने एक सवाल पर कहा कि अगर संताल परगना की डेमोग्राफी बदल रही है और इस इलाके में कोई बांग्लादेशी है तो कागजात दिखाये, सरकार से उसकी जांच करायेंगे। उन्होंने कहा कि सिर्फ आरोप लगा देने से कैसे पता चलेगा कि वह बांग्लादेशी है या नहीं। इसके लिए प्रमाण देना होगा। ।