रांची। आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का अभिनंदन और आभार प्रकट किया। सभी ढोल-नगाड़े के साथ मुख्यमंत्री आवास परिसर पहुंचीं। खुशी उनके चेहरों पर साफ झलक रही थी। इस दौरान महिला बाल विकास मंत्री जोबा मांझी और विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी मौजूद थे। भीड़ और सेविकाओं-सहायिकाओं की खुशी देख कर गदगद सीएम हेमंत सोरेन भी खुद को रोक नहीं पाये। माइक लेकर मंच पर चढ़ गये। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार के पहले दो साल कोरोना वायरस में हम सभी घरों में दुबके रहे। मगर हमारी सरकार उस समय भी काम कर रही थी। उस वक्त भी सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं ने मुफ्त में लोगों को खाना खिलाने का काम किया था। अपना सहयोग राज्य सरकार को दिया था। हमने कोरोना काल में यह देखा कि आप लोग किस तरह से लोगों की सेवा कर रहे थे।
सीएम ने कहा कि चाहे वह पुलिस कर्मी हों या आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाएं, सरकारी सेवक भी इसमें तन-मन से जुटे रहे। हम सभी की परेशानियों को समझ रहे थे। पीड़ा को समझ रहे थे। यही कारण रहा कि हम कोरोना के बाद हर किसी की एक-एक समस्या को सुलझाने का काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं के वेतन में वृद्धि के साथ-साथ उनकी नौकरियां सुरक्षित करने का काम किया। मुख्यमंत्री ने सेविका-सहायिकाओं की मांग पर घोषणा की कि दुर्गा पूजा से पहले 10 महीने का मानदेय दे दिया जायेगा। सीएम ने मौजूदा राजनीतिक हालात को भी सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं के समक्ष रखा। उन्होंने कहा कि कई लोग हमारी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। हमारी सरकार पर संकट पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, मगर हम डरनेवाले नहीं हैं। इसका डट कर मुकाबला करेंगे। राज्य के सभी लोगों को लाभ पहुंचाने का प्रयास करेंगे। आने वाले समय में राज्य के किसी भी व्यक्ति को सड़क पर आंदोलन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इससे पूर्व झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका कर्मचारी वर्कर्स यूनियन के बैनर तले एक जुलूस मोरहाबादी मैदान से निकल कर मुख्यमंत्री आवास तक पहुंचा। उन्होंने मुख्यमंत्री का अभिवादन किया और उनका आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री निवास परिसर में इन महिलाओं ने जम कर नृत्य भी किया। एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगा कर बधाई दी।