जमीन घोटाला मामले में एक तरफ सीएम हेमंत सोरेन को चौथा समन जारी किया गया है दूसरी तरफ इस मामले में आज अहम सुनवाई होनी है। सीएम को चौथा समन भेजकर 23 सितंबर को हिनू स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय आने का आदेश दिया गया है।

दूसरे समन के बाद ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट का रुख कर लिया था। सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका की पहली सुनवाई 15 सितंबर को हुई थी और आज का दिन दिया गया था। पहली सुनवाई में मुख्यमंत्री हेमंत सोरन ने लिखित आवेदन देकर बताया कि उनके वकील की तबीयत खराब है। ऐसे में कोई दूसरी तारीख दी जाए। जिसके बाद अदालत ने 18 सितंबर की तारीख मुकर्रर की। आज इस मामले में सुनवाई होनी है।

23 अगस्त को दायर किया है रिट पीटिशन
सीएम हेमंत सोरेन ने ईडी की ओर से जारी समन को चुनौती दी है। उन्होंने 23 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में रिट पिटीशन दायर कर ईडी द्वारा जारी किए गए समन को चुनौती दी है। इसी दिन ईडी को पत्र लिखकर उन्होंने कोर्ट का फैसला आने तक अपनी कार्यवाही स्थगित रखने का अनुरोध किया है। सीएम हेमंत सोरेन की ओर से दायर रिट याचिका में ईडी पर दुर्भावना से प्रेरित होकर कार्रवाई करने का आरोप लगाया गया है।

सीएम हेमंत सोरेन को ईडी क्यों भेज रही समन
सीएम हेमंत सोरेन से पूछताछ के लिए भेजे गए अब तक के जितने भी समन हैं, उसका आधार 13 और 26 अप्रैल 2023 को की गई छापेमारी है। ईडी ने 13 अप्रैल को छापेमारी के दौरान राजस्व कर्मचारी भानु प्रताप के घर से बक्सों में भरकर रख गए जमीन से जुड़े दस्तावेज जब्त किए थे। इनमें काटछाँट करके और जालसाजी कर असली मालिक का नाम काटकर दूसरे का नाम लिखने का मामला प्रकाश में आया था। प्रवर्तन निदेशालय ने दस्तावेज में छेड़छाड़ सहित अन्य बिंदुओं के सिलसिले में मिली सूचनाओं को पीएमएलए की धारा 66 (2) के तहत सरकार से साझा किया था। इस मामले में सरकार के आदेश पर सदर थाने में प्राथमिकी (272/23) दर्ज कराई गई थी। यही वह प्राथमिक है जिसके आधार पर सीएम हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय समन भेज रही है।

सीएम का कैसे सामने आया नाम
जालसाजी कर जमीन की खरीद बिक्री की जांच के दौरान प्रवर्तन निदेशालय को कई तरह की शिकायतें मिली थी। इसमें मुख्यमंत्री और उनके करीबी लोगों के द्वारा आदिवासियों की जमीन पर जबरन कब्जा करने की भी शिकायतें मिली थी। इन शिकायतों की प्रारंभिक जांच के दौरान ईडी को कुछ के सही होने की सबूत मिले। इस तरह जमीन घोटाला मामले में हेमंत सोरेन का नाम सामने आया है।
जमीन घोटाला मामले में तीन नोटिस

पहला समन, आठ अगस्त 2023
जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने सीएम हेमंत सोरेन को पहली बार 8 अगस्त को नोटिस भेजा था। इस नोटिस में उन्हें 14 अगस्त को दिन के 11:00 बजे रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया था। जमीन घोटाला मामले में हेमंत सोरेन को समन करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय ने 13 और 26 अप्रैल को की गई छापेमारी के आलोक में दर्ज कराई गई प्राथमिक को आधार बनाया है।

दूसरा समन, 19 अगस्त 2023
14 अगस्त को सीएम हेमंत सोरेन ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय नहीं पहुंचे। इसके बदले उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय को पत्र भेज कर बताया कि वह इसे कानूनी तरीके से निपटेंगे। 14 अगस्त को सीएम हेमंत सोरेन जब प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर नहीं पहुंचे तब 19 अगस्त को दूसरा समन जारी किया गया। इस समन में हेमंत सोरेन को 24 अगस्त को परवर्तन निदेशालय के कार्यालय दिन के 11:00 बजे हाजिर होने को कहा।

तीसरा समन, 01 सितंबर 2023
प्रवर्तन निदेशालय के दूसरे नोटिस के बाद जब सीएम हेमंत सोरेन 24 अगस्त को ईडी ऑफिस नहीं पहुंचे तब ईडी की ओर से तीसरा समन 1 सितंबर को भेजा गया। इस समन में उन्हें 9 सितंबर को रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में सुबह 10:30 बजे हाजिर होने का निर्देश दिया है।

चौथा समन
प्रवर्तन निदेशालय के तीसरे नोटिस के बाद जब सीएम हेमंत सोरेन 9 सितंबर को ईडी ऑफिस नहीं पहुंचे तब ईडी की ओर से चौथा समन 17 सितंबर को भेजा गया। इस समन में उन्हें 23 सितंबर को रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में सुबह 10:30 बजे हाजिर होने का निर्देश दिया है।

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