प्रधानमंत्री के जमशेदपुर दौरे पर झामुमो प्रवक्ता ने कसा तंज
-सरकारी कार्यक्रम को पार्टी कार्यक्रम में बदलने का लगाया आरोप
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जमशेदपुर दौरे को लेकर झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री की यात्रा महज एक चुनावी स्टंट था। नरेंद्र मोदी ने झारखंड की जनता से अपना जुड़ाव दिखाने की खूब कोशिश की। उन्होंने लोगों को करमा पर्व की शुभकामनाएं दीं। लेकिन वह यह बताना भूल गये कि जिस पर्व की वह शुभकामनाएं दे रहे हैं, वो असल में किनका पर्व है। रविवार के रेल कार्यक्रम में रेल मंत्री नहीं पहुंचे। कार्यक्रम स्थल पर कोई भी राज्य सरकार का मंत्री मौजूद नहीं था। सुप्रियो ने कहा कि रविवार का सरकारी कार्यक्रम पार्टी कार्यक्रम में बदल गया। इस कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि को प्रमुखता नहीं दी गयी, क्योंकि वे सभी झामुमो के विधायक हैं। कार्यक्रम में भाजपा के नेताओं को प्रमुखता दी गयी। इसी जिले में हमारी सरकार के दो-दो मंत्री हैं। किसी को भी नहीं बुलाया गया।

केंद्र सरकार हेमंत से डर रही:
सुप्रियो ने कहा कि केंद्र सरकार अब हेमंत सोरेन से डरने लगी है। इसका सबूत है रविवार का कार्यक्रम। आज तक किसी ने नहीं देखा कि किसी प्रधानमंत्री ने चुनाव के कार्यक्रम के लिए 130 किलोमीटर की दूरी को सड़क मार्ग से तय किया हो। केंद्र में मौजूद मोदी की सरकार बैसाखी पर टिकी हुई है। हेमंत सोरेन के काम से पीएम इतने डरे हुए हैं कि अब अपनी सभा में वे हेमंत सरकार के कामों की चर्चा कर रहे हैं।

सरना धर्म को लेकर केंद्र की स्थिति साफ नहीं:
झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता ने कहा कि सरना धर्म को लेकर अब तक केंद्र सरकार ने अपनी कोई भी स्थिति साफ नहीं की है। इस पर उन्हें चर्चा करनी चाहिए। हरियाणा-जम्मू और कश्मीर में होने जा रहे विधानसभा चुनाव का नतीजा स्पष्ट दिख रहा है। सिर्फ औपचारिकता बाकी है। इस राज्य में भाजपा को विधानसभा चुनाव में हार मिलनी तय है। इसी डर से अब भाजपा के कई नेता झारखंड आ रहे हैं। सुप्रियो ने कहा कि रविवार को एनएच-33 को लगभग नौ घंटो के लिए कैद कर लिया गया था। एनएच झारखंड का स्पाइनल कोड है। ये कई राज्यों को जोड़ता है। चुनाव के लिए इस तरह का काम करना ये साफ दिखाता है कि भाजपा को यहां हार का डर है। उन्होंने केंद्र सरकार को सलाह देते हुए कहा कि अगर कोई कार्यक्रम करना है, तो उसे पार्टी कार्यक्रम में तब्दील न करें।

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