वोटर अधिकार यात्रा में मिला बंपर समर्थन, पच नहीं रहा कांग्रेस को
यात्रा के मंच से पहले पीएम मोदी की मां को गाली, उसके बाद एआइ वीडियो का आना
लगता है बिहार की संस्कृति से अवगत नहीं है महागठबंधन का साथी
नवरात्र का महीना, मां की भक्ति में जनता और मां को राजनीति में घसीटना, समझ से परे

बिहार में होनेवाले चुनाव का शोरगुल अभी थोड़ा धीमा पड़ गया था, क्योंकि देश में अलग तरह की सियासी बयान बह रही थी। तभी बिहार कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां से जुड़ा एक एआइ-जनरेटेड वीडियो, सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया। उसके बाद अचानक बिहार की राजनीती में तूफान आ गया। इस वीडियो पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जतायी है। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस ने घटिया राजनीति की सारी सीमाएं लांघ दी हैं। भाजपा का कहना है कि प्रधानमंत्री की मां और मातृशक्ति का अपमान करना कांग्रेस की आदत बन गयी है। राहुल गांधी की बहुप्रचारित वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को कांग्रेस-राजद के मंच से जिस तरह सरेआम गाली दी गयी, उसने पूरी सियासी हवा का रुख अचानक दूसरी तरफ मोड़ दिया। इस गाली प्रकरण से कांग्रेस-राजद को भारी सियासी नुकसान होने का संकेत मिला, तो अचानक कांग्रेस ने बिहार में एक और आत्मघाती कदम उठा लिया। दरभंगा में मंच से गाली के विरोध में भाजपा के लोग बिहार की सड़कों पर उतर गये, तो अब इस वीडियो के खिलाफ कांग्रेस पर लगातार हमले हो रहे हैं। लगातार पीएम मोदी और उनकी दिवंगत मां को टारगेट करने के कारण बिहार में कांग्रेस और राजद के प्रति लोगों का रवैया भी तेजी से बदलता हुआ दिखाई देने लगा है। बिहार जैसे रुढ़िवादी समाज में आज भी मां-बहन के प्रति किसी भी दुर्भावना को अच्छी नजरों से नहीं देखा जाता है। ऐसे में पीएम मोदी की दिवंगत मां को बार-बार राजनीति में घसीटना लोगों के गले नहीं उतर रहा है। बिहार की सियासी हवा इन दोनों घटनाओं के बाद से एक नया आकार ग्रहण करती दिखाई देने लगी है, जिसमें कांग्रेस और राजद का नुकसान होता साफ-साफ नजर आ रहा है। क्या है पीएम मोदी की मां के अपमान का यह पूरा प्रकरण और क्या हो सकता है इसका असर, बता रहे हैं आजाद सिपाही के संपादक राकेश सिंह।

बिहार में वोटर अधिकार यात्रा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी को मां की गाली देने पर मचे बवाल के बाद, बिहार कांग्रेस ने अपने एक्स हैंडल पर एक एआइ जनरेटेड वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो के बाद बिहार में सियासी पारा चढ़ गया है। वहीं 36 सेकेंड के एआइ जनरेटेड वीडियो में पीएम मोदी से मिलते शख्स और उनकी दिवंगत मां हीराबेन से मिलती जुलती महिला को दिखाया गया है। वीडियो के कैप्शन में लिखा है- साहब के सपनों में आईं मां। देखिए रोचक संवाद। गुरुवार रात शेयर हुए इस वीडियो में दिखाया गया है, प्रधानमंत्री के सपने में उनकी मां आकर कह रही हैं कि राजनीति के लिए कितना गिरोगे? भाजपा ने इस वीडियो को प्रधानमंत्री और उनकी मां के खिलाफ आपत्तिजनक बताते हुए कांग्रेस पर हमला किया है। बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस ने राजनीतिक बहस का स्तर गिरा कर सारी हदें पार कर दी हैं।

मां का मजाक उड़ाना शर्मनाक: भाजपा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) का उपयोग कर वीडियो बनाकर कांग्रेस ने नया विवाद पैदा कर दिया है। भाजपा ने कहा है कि यह वीडियो कांग्रेस की निम्न राजनीति का परिचायक है। पार्टी ने कहा है कि यह वीडियो बनाकर कांग्रेस ने यह साफ कर दिया है कि राहुल गांधी के इशारे पर ही पीएम की मां के लिए अभद्र टिप्पणी की गयी थी। भाजपा ने कांग्रेस की इस हारकर को किसी ऐसे व्यक्ति को निशाना बनाने की घृणित और कुत्सित कोशिश करार दिया है, जो अब जीवित नहीं है। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस पछतावे की बजाय प्रधानमंत्री की मां के खिलाफ अपनी पिछली कथित टिप्पणियों को सही ठहराने की कोशिश कर रही है। भाजपा नेता और पटना साहिब से बीजेपी सांसद रवि शंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरह का वीडियो बनाकर कांग्रेस ने न केवल प्रधानमंत्री, बल्कि उनकी मां का भी अनादर किया है। जिस मां ने कठिन परिस्थितियों में अपने बेटे को पाला-पोसा और प्रधानमंत्री बनने तक की यात्रा में अहम भूमिका निभाई, उनका इस प्रकार मजाक उड़ाना शर्मनाक है। रवि शंकर प्रसाद ने पूछा- ‘क्या यही स्तर है कांग्रेस पार्टी का? आप प्रधानमंत्री की स्वर्गीय मां का मीम बनाते हैं, वो भी इतने घटिया स्तर का। यह न केवल राजनीति का पतन है, बल्कि पूरे देश का अपमान है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर कांग्रेस बार-बार प्रधानमंत्री की मां को राजनीति में क्यों घसीट रही है? राहुल गांधी और सोनिया गांधी से इस पर जवाब मांगा और चेतावनी दी कि भाजपा इस मुद्दे को पूरे देश में ले जायेगी।

बीजेपी के साथ जेडीयू ने भी मिलाया कंधा
जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय झा ने एआइ-जनरेटेड वीडियो पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि इस तरह का वीडियो साझा करना बेहद नीच हरकत है। उनके अनुसार, कांग्रेस ने यह साफ कर दिया है कि दरभंगा में मंच से प्रधानमंत्री की मां को गाली देना कोई गलती नहीं, बल्कि सोची-समझी रणनीति थी। संजय झा ने कहा कि ये सिर्फ एक मां का नहीं, बल्कि हर मां और महिला का अपमान है।

यह वीडियो केवल मां और बेटे के रिश्ते को दर्शाता है: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां से जुड़े एआइ-जनरेटेड वीडियो पर उठे विवाद के बीच बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि यह वीडियो केवल मां और बेटे के रिश्ते को दर्शाता है, इसमें किसी खास व्यक्ति पर कटाक्ष नहीं किया गया है। राजेश राम के अनुसार, वीडियो में कहीं भी किसी नाम का जिक्र नहीं है, बल्कि यह एक मां को अपने बेटे को शिक्षा देते हुए दिखाता है। उन्होंने कहा कि हर मां सम्माननीय है और कांग्रेस का उद्देश्य केवल जनता के मुद्दों को सामने लाना है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि पूरा वीडियो देखने पर इसका असली संदेश समझ में आता है, इसलिए अधूरा देख कर निष्कर्ष निकालना गलत होगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस किसी तरह की भाषाई हिंसा में विश्वास नहीं करती। उन्होंने कहा कि पार्टी हमेशा रोजगार, महंगाई और कानून-व्यवस्था जैसे वास्तविक मुद्दों पर ही बात करना चाहती है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि तकनीक के इस युग में एआइ का इस्तेमाल रचनात्मक तरीके से होना चाहिए, लेकिन इसका गलत अर्थ निकालना राजनीतिक बहस को भटकाने जैसा है। कांग्रेस ने सफाई देते हुए आरोप लगाया है कि पीएम मोदी ने राजनीति में मां के नाम का हमेशा इस्तेमाल किया है। वीडियो में यही दिखाया गया है, कि मां ने इसके लिए उन्हें डांटा। कोई बात सिखाने के लिए मां की डांट अच्छी बात है।

ध्यान भटकाने के लिए भाजपा का इमोशनल कार्ड : राजद प्रवक्ता एजाज अहमद
बिहार में कांग्रेस के इस वीडियो को उसके सबसे बड़े सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल का भी साथ मिल गया है। राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि इस वीडियो में कुछ भी गलत नहीं है। इसमें उन्हीं घटनाओं की बात कही गयी है, जो इसके पहले घट चुकी हैं और सत्य पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा, ‘बिहार में जिस तरह से अत्याचार की घटना हो रही हैं, हत्याओं का दौर जारी है, माताओं की आंखों में आंसू है। उन आंसुओं को भी भारतीय जनता पार्टी के नेता महसूस करें। उन माताओं के प्रति भी भारतीय जनता पार्टी के नेता विचार व्यक्त करें, जिनके बच्चे बेरोजगारी के कारण दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। उनको लोकतंत्र में लाठी तंत्र के सहारे कहीं ना कहीं हांकने का प्रयास किया जा रहा है।’ ‘बिहार में ऐसा लगता है कि सरकार नाम की चीज ही नहीं है। सरकार और सरकार की स्थिति दयनीय हो गयी है। उससे ध्यान भटकाने के लिए भारतीय जनता पार्टी इमोशनल कार्ड खेलना चाहती है।’

मां पर हमला कांग्रेस को पहुंचा सकता है नुकसान: एक्सपर्ट
बिहार कांग्रेस द्वारा जारी 36 सेकेंड के नये एआइ वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां पर हमला किया गया है। इसके पहले कांग्रेस की वोट अधिकार यात्रा के दौरान एक मंच से पीएम की मां के लिए अभद्र शब्दों का उपयोग किया गया था। इसके बाद राजनीतिक बवाल मचा था। पुलिस ने अभद्र टिप्पणी करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है और उस पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। भाजपा ने आरोप लगाया था कि यह हमला कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इशारे पर किया गया था। स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि यह केवल उनकी मां का अपमान नहीं है, बल्कि यह बिहार और पूरे देश की हर मां का अपमान है। पीएम ने कहा था कि यह अपमान बिहार स्वीकार नहीं करेगा।
राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि इसके पहले के कई अनुभव यह बताने के लिए पर्याप्त हैं कि प्रधानमंत्री पर निजी हमला करना किसी भी दल के लिए फायदे का सौदा नहीं रहा है। स्वयं कांग्रेस ने ही 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों के पहले पीएम मोदी पर निजी हमला कर उन्हें बढ़त दे दी थी। इसलिए यदि कांग्रेस और राजद पीएम और विशेष कर उनकी मां पर अभद्र टिप्पणी करते हैं, तो इससे उन्हें नुकसान हो सकता है। राजनीति के जानकार मानते हैं कि भाजपा-राजद की महिला केंद्रित राजनीति के बीच इस तरह की टिप्पणी कांग्रेस-राजद को नुकसान पहुंचा सकती है।

सीतामढ़ी में माता सीता का मंदिर का निर्माण
बिहार में इस समय सीतामढ़ी में माता सीता का मंदिर बनवाया जा रहा है। ट्रस्ट के द्वारा बनवाये जा रहे इस मंदिर के निर्माण में बिहार सरकार ने भी जमीन देकर सहयोग किया है। गृह मंत्री अमित शाह ने स्वयं बिहार आकर इस मंदिर का शिलान्यास किया है। स्पष्ट है कि बिहार विधानसभा चुनावों में भाजपा इसका जमकर इस्तेमाल करेगी। लेकिन एक तरफ जहां पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह बिहार में महिलाओं के सम्मान की सबसे बड़ी प्रतीक माता सीता का मंदिर बनवाने का श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं यह बात भी सामने आयेगी कि कांग्रेस और राजद के मंच से बार-बार पीएम की मां का अपमान किया गया है। इससे यह मामला संवेदनशील बन सकता है।

मोदी-नीतीश की राजनीति की सफलता का मंत्र बना महिला केंद्रित राजनीति
बिहार की राजनीति में यह ध्यान देनेवाली बात है कि मोदी हों या नीतीश कुमार, महिला केंद्रित राजनीति ने दोनों नेताओं को महिला मतदाताओं के बीच काफी लोकप्रिय बना दिया है। महिलाएं दोनों ही नेताओं को काफी पसंद करती हैं। शराब बंदी से लेकर महिलाओं को पंचायतों में भागीदारी और सरकारी नौकरियों में आरक्षण देकर नीतीश कुमार ने महिलाओं को अपना ठोस वोट बैंक बना लिया है। इसी तरह मोदी ने भी जनधन खाते, महिला आर्थिक सशक्तिकरण, उज्ज्वला योजना और पीएम आवास योजनाओं के जरिये हर वर्ग की महिलाओं को अपना ठोस वोट बैंक बना दिया है। बिहार में चुनाव की घोषणा के पहले नीतीश कुमार और मोदी सरकार ने जिस तरह महिलाओं के लिए तमाम योजनाओं की घोषणा की है, माना जा रहा है कि इस बार भी वे महिलाओं को केंद्र में रख कर ही चुनाव में उतरने जा रहे हैं। ऐसे में यदि कांग्रेस और राजद पीएम की मां के लिए कोई भी अभद्र टिप्पणी करते हैं, तो इससे उनको भारी नुकसान हो सकता है।

लेकिन लोग इस दलील को स्वीकार करते दिख नहीं रहे। वैसे भी बिहार के रुढ़िवादी समाज में मां-बहन को लेकर बहुत अधिक संवेदनशीलता है। यहां किसी की मां-बहन के प्रति अनादर को बहुत गंभीरता से लिया जाता है। ऐसे में पीएम मोदी की दिवंगत मां को राजनीति में घसीट कर कांग्रेस और राजद ने सेल्फ गोल ही कर लिया है।

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