भागलपुर। जितिया पर्व की शुरुआत शनिवार को नहाए-खाए के साथ हो गई। इस अवसर पर शहर के विभिन्न गंगा घाटों पर स्नान के लिए महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से ही श्रद्धालु महिलाएं गंगा स्नान कर धर्म-अनुष्ठान में जुट गईं।

मान्यता है कि गंगा स्नान के बाद ही भोजन ग्रहण किया जाता है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क दिखा। सुरक्षा को लेकर गंगा घाटों पर आपदा मित्र और पुलिस बल की तैनाती की गई थी। प्रशासन की ओर से साफ-सफाई और भीड़ नियंत्रण के भी विशेष प्रबंध किए गए। जितिया पर्व का विशेष महत्व होता है।

महिलाएं इस व्रत को अपने बच्चों की लंबी आयु, सुख-समृद्धि और निरोगी जीवन की कामना के लिए करती हैं। नहाए-खाए के साथ ही इस पर्व की शुरुआत होती है जो अगले दिन उपवास और पूजा-अर्चना के साथ संपन्न होता है। उधर सुल्तानगंज के अजगैबीनाथ धाम में बिहार, झारखंड सहित अन्य जगहों के महिलाओं की काफी भीड़ देखी गई। खासकर अजगैविनाथ धाम में गंगा स्नान करने एवं पूजा पाठ करने के लिए महिलाओं की काफी भीड़ देखी गई। तड़के सुबह आज एक महिला के गंगा में डूबने पर एनडीआरएफ टीम के लोगों ने उन महिला की जान बचाई और उसे एम्बुलेंस से ईलाज के लिए रेफरल अस्पताल भेजा।

अजगैविनाथ मंदिर के महंत प्रेमानंद गिरी ने भी बताया कि जीतिया पर्व में गंगा घाट पर महिलाओं की काफी भीड़ है। यह पर्व महिलाएं अपने पुत्र की लंबी आयु की कामना के लिए करते हैं। आज नहाय खाय है और कल निर्जला व्रत महिलाएं करेंगी।

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