नालंदा/राजगीर: जिले के राजगीर अनुमंडल में बुधवार को सातवीं लघु सिंचाई गणना (2023-24), जल निकाय गणना एवं प्रथम सेंसस ऑफ स्प्रिंग के सफल क्रियान्वयन को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस प्रशिक्षण में अनुमंडल स्तर के पदाधिकारियों, प्रगणकों और पर्यवेक्षकों को भागीदारी के लिए बुलाया गया। कार्यक्रम का आयोजन जिला सांख्यिकी पदाधिकारी एवं प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी अस्थावां शैलेंद्र कुमार चौधरी द्वारा किया गया।

प्रशिक्षण में किसान सलाहकार, कृषि समन्वयक, विकास मित्र, राजस्व कर्मचारी, पंचायत सचिव, एटीएम, कंप्यूटर ऑपरेटर, और स्वच्छता समिति पर्यवेक्षक शामिल हुए।
विशेष रूप से सिंचाई के महत्व, जल निकाय योजनाओं, सतही जल योजनाओं और ग्राम अनुसूची से जुड़ी जानकारियां साझा की गईं।

प्रशिक्षकों ने बताया कि गणना के दौरान मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से ऑनलाइन डेटा अपलोड किया जाएगा, जिससे प्रक्रिया को पारदर्शी और त्वरित बनाया जा सकेगा।

कार्यक्रम का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में जल संसाधनों की सटीक जानकारी एकत्र कर नीतिगत निर्णयों को मजबूत करना है। अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि इस प्रशिक्षण से प्रगणक बेहतर ढंग से सर्वेक्षण और डाटा संग्रहण का कार्य कर सकेंगे।

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