नई दिल्ली। वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.9% कर दिया है। यह संशोधन अप्रैल-जून तिमाही में 7.8% की मजबूत वृद्धि को ध्यान में रखकर किया गया है। इससे पहले जून माह में फिच ने 6.7% की वृद्धि दर अनुमानित की थी।

फिच के अनुसार, जनवरी-मार्च तिमाही में भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 7.4% से बढ़कर 7.8% हो गई है। इस तेजी के पीछे घरेलू मांग में सुधार और उपभोक्ता खर्च का बढ़ना मुख्य कारण हैं। रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि मजबूत वास्तविक आय वृद्धि उपभोक्ता खर्च को प्रोत्साहित कर रही है, जबकि कमजोर वित्तीय स्थिति की भरपाई निवेश के माध्यम से होगी।

फिच ने यह भी अनुमान लगाया है कि वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी छमाही में आर्थिक वृद्धि की गति थोड़ी धीमी हो सकती है। अगले वित्त वर्ष 2026-27 में जीडीपी वृद्धि दर 6.3% रहने का अनुमान है, जबकि वित्त वर्ष 2027-28 में यह 6.2% तक गिर सकती है।

फिच रेटिंग्स का यह संशोधित अनुमान भारत की अर्थव्यवस्था के मजबूत रुझान को दर्शाता है, जो निवेशकों और बाजार के लिए सकारात्मक संकेत है।

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