रांची। राजधानी रांची के संत जेवियर कॉलेज परिसर में रविवार को आयोजित “ब्लाइंड फोल्डेड रन फॉर विजन” कार्यक्रम के दौरान एक अनोखा क्षण सामने आया। राज्य के वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता राधाकृष्ण किशोर ने सभा में मौजूद लोगों को चौंकाते हुए घोषणा की कि उन्होंने अपनी आंखें कश्यप मेमोरियल आई बैंक को दान कर दी हैं।

मंच से परिवार के नाम उनकी भावुक अपील थी—“जब मैं इस दुनिया में न रहूं और आई बैंक के लोग मेरी कॉर्निया लेने आएं, तो उन्हें मत रोकना। मेरी आंखें किसी और के जीवन की रोशनी बनें।”

नेत्रदान को लेकर जनता से गुहार
मंत्री ने राज्यवासियों से आग्रह किया कि वे भी नेत्रदान के इस महादान में हिस्सा लें। उन्होंने कहा—“सोचिए, जब आप नहीं रहेंगे और आपकी आंखों से कोई और यह दुनिया देखेगा, तो इससे बड़ा सुख और क्या हो सकता है। और यह भ्रांति भी दूर कर लें कि नेत्रदान में पूरी आंखें निकाल ली जाती हैं। दरअसल केवल कॉर्निया लिया जाता है, और बाहरी रूप से कोई अंतर नज़र नहीं आता।”
कार्यक्रम में बोलते हुए वित्त मंत्री ने नेत्रदान को एक सामाजिक संदेश से भी जोड़ा। उन्होंने कहा—“मैं डॉक्टर नहीं हूं, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि शासन–प्रशासन की व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए, जो सबको एक समान नजर से देखे। ऊंच-नीच, अगड़ा–पिछड़ा की दीवारें टूटें और समाज एक नजर से देखा जाए। आज मैंने नेत्रदान की शपथ ली है, साथ ही यह संकल्प भी किया है कि अपनी सोच की दृष्टि को भी और मजबूत बनाऊंगा।”

नेत्रदाता परिवारों का सम्मान
कश्यप मेमोरियल आई बैंक की निदेशक और प्रख्यात नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. भारती कश्यप ने बताया कि इस अवसर पर नेत्रदान करने वाले 30 लोगों के परिजनों को सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा—“देश में हर साल करीब एक करोड़ लोगों की मौत होती है, लेकिन केवल 50 हजार नेत्रदान होते हैं। जबकि जरूरत 2.5 करोड़ कॉर्निया की है। यही कारण है कि बड़ी संख्या में लोग आज भी अंधेरे में जीने को मजबूर हैं।”

लगातार बढ़ रही है जागरूकता
डॉ. कश्यप ने कहा कि संस्था और आई डोनेशन अवेयरनेस क्लब की पहल से राज्य में नेत्रदान के प्रति जागरूकता धीरे-धीरे बढ़ रही है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा जैसे कई बड़े नेताओं ने उनके संस्थान से जुड़कर नेत्रदान की सहमति दी है। कार्यक्रम में रन फॉर विजन के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। मंच पर मंत्री राधाकृष्ण किशोर और डॉ. भारती कश्यप ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी और इसे समाज को नई दृष्टि देने वाला अभियान बताया।

 

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