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    Home»झारखंड»मां शब्द केवल चुनावी भाषण का हिस्सा नहीं : नायक
    झारखंड

    मां शब्द केवल चुनावी भाषण का हिस्सा नहीं : नायक

    shivam kumarBy shivam kumarSeptember 4, 2025No Comments2 Mins Read
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    रांची। आदिवासी-मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष विजय शंकर नायक ने बिहार चुनाव में सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से माता शब्‍द पर की जा रही टिप्‍पणी पर आपत्ति दर्ज की है। नायक ने गुरूवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि सत्ता और विपक्ष को समझना चाहिए कि माता का सम्मान हर भारतीय करता है। लेकिन इसे सत्ता की सीढ़ी बनाकर ओछी राजनीति करना गलत है। उन्होंने कहा कि नेताओं को आत्ममंथन कर लोकतंत्र की मर्यादा काे बचाना हाेगा। उन्होंने कहा कि मां शब्द केवल चुनावी भाषण का हिस्सा नहीं, बल्कि समाज में संवेदनशीलता, करुणा और सम्मान का प्रतीक है।

    नायक ने कहा कि देश के सभी पार्टी के नेता अपनी भाषा में संयम बरतें और चुनाव में हिस्सा लें। उन्‍होंंने कहा कि राजनीतिक संवाद व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोपाें में जनता के असली मुद्दे बेरोज़गारी, महंगाई, शिक्षा और स्वास्थ्य हाशिये पर जा रहें हैं। चुनाव में सत्तापक्ष और विपक्ष के आरोप प्रत्यारोपाें से आमजनों के मूल विषय गौण हो रहे हैं। राजनीति पूरी तरह से अब मां जैसे शब्द पर अटक गई है जाें चिंतनीय है। उन्‍होंने कहा कि बिहार में होनेवाले चुनाव प्रचार में वोट की गंदी सियासत का हथकंडा बनाकर जनता को महज बेवकूफ बनाया जा रहा है जो बेहद घृणित दोहरापन मापदंड को दर्शाता है।

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