सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या विवाद की सुनवाई से पहले राममंदिर बनाने के लिए अलग तरीके से कवायदें शुरू हो चुकी हैं। दरअसल अयोध्या विवाद को कोर्ट से इतर सुलझाने की नई कोशिशें की जाएगी। इस नए फार्मूले के लिए सोमवार को दिल्ली में एक आयोजन किया जा रहा है।
एक प्रमुख दैनिक समाचार पत्र के मुताबिक अयोध्या विवाद सुलझाने का यह नया फार्मूला पुणे के एमआइटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट डॉ विश्वनाथ कराड की ओर से पेश किया जाएगा।
जानिए नए फार्मूले के बारे में.
विवादित जमीन 2.77 पर भव्य राम मंदिर बनाया जाए। और दूसरा पक्ष इस जमीन पर अपना दावा छोड़ दे। तत्पश्चात सरकार की अधिग्रहित 7 एकड़ भूमि पर विश्वधर्मी राम मानवता भवन बनाया जाए। इस मानवता भवन में सभी धर्मों के लिए उपासना गृह बनाए जाएं।
अयोध्या विवाद को लेकर सोमवार को दिल्ली में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में नए फार्मूले पर चर्चा करने के लिए बीजेपी के पूर्व सांसद रामविलास वेदांती, स्वामी अग्निवेश और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान मौजूद रहेंगे।