रांची। झामुमो केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक रविवार को विधानसभा सभागार में पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सांगठनिक और राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई। पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि झामुमो झारखंड और आरक्षण विरोधियों का पुरजोर विरोध करेगा। उन्होंने कहा कि पार्टी राज्य सरकार द्वारा शहीद निर्मल महतो के हत्यारे को छोड़े जाने की घोर निंदा करती है। झामुमो दूसरे राज्य के खतियान के आधार पर झारखंड में जाति प्रमाण पत्र बनाने के निर्णय का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने रांची में आरएसएस के कार्यक्रम में आरक्षण के खिलाफ बयान दिया था। उनके बयान का पार्टी ने विरोध किया है। कहा कि यह भाजपा की मनुवादी सोच को दर्शाता है। भाजपा आदिवासी, दलित और पिछड़ा विरोधी है।
हेमंत ने कहा कि झामुमो छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी देगा। अभी झामुमो की अन्य किसी पार्टी से बात नहीं हुई है, लेकिन हमने प्रत्याशी देने का निर्णय कर लिया है। कहा कि झारखंड की स्थिति बद से बदतर हो गयी है। अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। राजधानी में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि झामुमो के विधायक गिरती कानून व्यवस्था को लेकर जल्द राज्यपाल से मुलाकात कर ज्ञापन सौपेंगे।
हेमंत ने कहा कि कम बारिश के कारण झारखंड में रोपनी नहीं हुई है। सरकारी आंकड़े के हिसाब से 50 से 52 प्रतिशत ही खेती हुई है। राज्य के कई जिले सूखे की चपेट में है। उन्होंने मांग की कि सरकार अविलंब प्रभावित किसानों को राहत की व्यवस्था करे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि झामुमो स्कूलों के विलय का विरोध करता है। अब तक सरकार ने सात सौ स्कूलों को बंद किया है। उन्होंने सरकार से अविलंब इन स्कूलों को खोलने की मांग की। एक सवाल के जवाब में हेमंत ने कहा कि झारखंड में महागठबंधन होगा। बहुत जल्द इसकी घोषणा की जायेगी।