खूंटी। पांच वर्ष की मासूम अंजलि को जिस व्यक्ति ने अपनी गोद में खिलाया, उसी ने जादू-टोने के अंधविश्वास में उसकी नृशंस हत्या कर दी। हत्यारा कोई और नहीं, बल्कि उसका सगा ताऊ (पिता का बड़ा भाई) निकला। पुलिस ने दो दिनों के अंदर हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए हत्या में शामिल अंजलि के बड़े पिता गेड़े पाहन और और सुकरा भेंगरा को गिरफ्तार कर लिया।
मंगलवार की शाम पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि अंजलि की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए एएसपी सह तोरपा के एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इसमें इंस्पेक्टर सरोज कुमार सिंह और तोरपा के थानेदार रामदयाल मुंडा को शािमल किया गया। पुलिस ने रविवार को गांव के ही एक झाड़ी से अंजलि का अधजला शव बरामद किया था।
पुलिस ने सोमवार को मामले का उद्भेदन करते हुए दो हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तोनो (धारदार हथियार) को भी बरामद कर लिया। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों ने हत्या में संलिप्तता स्वीकार करते हुए पुलिस को बताया कि दो महीने पहले अंजलि के पिता महादेव भेंगरा की राउरकेला में ट्रेन से कट कर मौत हो गयी थी। अंजलि की मां एतवारी भेंगरा अपने पति की हत्या जादू टोना से करने का आरोप में गेड़े पाहन और उसकी पत्नी गांगी पर लगाती थीं। इसके अलावा दोनों परिवारों के बीच जमीन को लेकर भी पहले से विवाद चल रहा था। 20 अक्टूबर को गेड़े और सुकरा ने गांव के ही अर्जुन पाहन के घर शराब पी ली और निर्णय लिया कि एतवारी के घर को जो भी सदस्य नजर आ जाये, उसकी हत्या कर देनी है। जब दोनों शराब पीकर निकले, तो चापानल में नहाते हुए पांच वर्षीय अंजलि मिल गयी। दोनों उसे उठा कर गांव के बगीचे में लेकर गये और हाथ-पैर काट कर उसकी हत्या कर दी और साक्ष्य मिटाने के लिए झाड़ी में शव को जलाने का प्रयास किया। प्रेस कॉन्फे्रंस में एसडीपीओ ऋषभ कुमार झा और थानेदार रामदयाल मुंडा भी उपस्थित थे।