अजय शर्मा
रांची। बोकारो के वाणिज्यकर पदाधिकारी कुंदन कुमार सिंह को बचाने के लिए पूरा पुलिस महकमा और प्रशासनिक अफसर जुट गये हैं। कुंदन झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। जेपीएससी के सदस्य रह चुके एक सदस्य के नजदीकी रिश्तेदार हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने ट्रक को रोका और छोड़ने के लिए 40 लाख रुपये की मांग की थी। बाद में 33 लाख रुपये मिलने पर ट्रक को छोड़ा था। शेष सात लाख रुपये के लिए उनका नजदीकी मुन्ना ट्रक मालिक पर दबाव बना रहा था। इस संबंध में पिंडराजोरा थाना में कांड में संख्या 70/2019 दर्ज है। यह मामला 22 जुलाई को दर्ज कराया गया है। धनबाद के रहनेवाले कृष्ण मोहन पटवा ने मामला दर्ज कराया है।
क्या कर रही है पुलिस
बोकारो पुलिस इस मामले में गो स्लो की स्टाइल में चल रही है। पुलिस के सभी अधिकारी यह स्वीकारते हैं कि पूरा मामला सही है। लेकिन कुछ अधिकारी इस मामले में चाहते हैं कि अरोपी अफसर पर कोई कार्रवाई नहीं हो। अधिकारी चाहते हैं कि यह मामला सीआइडी के अधीन चला जाये। इससे आरोपियों के विरुद्ध तुरंत कार्रवाई नहीं होगी।

क्या है आरोप
10 जून को ट्रक के चालक ने अपने मालिक को फोन कर यह बताया था कि किसी अफसर ने गाड़ी रोक दी है। ट्रक चालक ने यह भी बताया था कि वाहन रोकनेवाला अधिकारी अपने को सेल टैक्स, सीबीआइ, एसीबी से जुड़ा बता रहा है। ट्रक पर मैग्नीज पत्थर लोड था। पिंडराजोरा में जहां गाड़ी रोकी गयी थी, वहां मोटरसाइकिल पर एक व्यक्ति पहुंचा और अपना नाम मुन्ना बताया था। तीन ट्रक बीसीसीएल को जा रहे थे।

सौदा करो, नहीं तो फंसोगे
अधिकारी के करीबी मुन्ना ने ट्रक चालक और मालिक को बताया कि भलाई इसी में है कि सौदा कर लो, नहीं तो फंस जाओगे, कभी बेल नहीं होगी। 33 लाख रुपये लेने के बाद ट्रक छोड़े गये थे। इसी संबंध में मामला दर्ज है। इसमें पुलिस और प्रशासन के अधिकारी चाहते हैं कि अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो।

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