आजाद संवाददाता सिपाही
कतरास
बाघमारा पुलिस अनुमंडल क्षेत्र में इनदिनों कोयला का अवैध कारोबार फिर अपने चरम सीमा पर पहुंच गयी है । अवैध कोयला का कारोबार करने वाले कारीबरियों कि साठगांठ पुलिस से है। दिन के उजाले से लेकर रात के अंधेरे तक कोयला चोरी हो रही है। कोयला चोरी को रोकने वाली पुलिस खुद इसके संरक्षक बने हुए है। सोनारडीह ओपी क्षेत्र में बीसीसीएल ऐरीया व तीन क्षेत्र की सीआइएसएफ की टीम ने शनिवार की देर शाम को बहियारडीह बस्ती के समीप अवैध धंधेबाज कर्मकार के अवैध माइंस पर छापेमारी कर हजारों-हजार बोरा कोयल जब्त कर नष्ट कर दिया।
क्या है मामला
शनिवार की देर शाम को सीआइएसएफ टीम को गुप्त सूचना मिली कि बहियारडीह पोखरीया मे हजारोें बोरो कोयला पड़ा हुआ है। बीसीसीएल एरीया-वन तथा सीआइएसएफ टीम संयुक्त रूप से छापेमारी की और हजारों बोरा कोयला देखकर बीसीसीएल प्रबंधन तथा सोनारडीह ओपी तथा बरोरा पुलिस को फोन पर सूचना देते हुए सहयोग की अपील की। लेकिन ना ही तो बीसीसीएल प्रबंधन ने सही रूप सहयोग किया और ना ही बरोरा थाना और सोनारडीह पुलिस ने सहयोग किया। ना ही छापेमारी स्थल पर आने का कष्ट किया। स्थानीय बीसीसीएल प्रबंधन ने केवल एक पेलोडर भेजकर अपनी जिम्मेवारी से हाथ धो लिया। दो थानों की पुलिस तथा बीसीसीएल प्रबंधन के बीच मामला तमाशबीन बन कर रह गया। उस मार्ग से गुजरने वाले राहगीर सीआइएसएफ टीम की लाचारी पर तंज कसते हुए निकल रहे थे।
दो थानों की पुलिस को सीआइएसएफ टीम दर्जनों बार फोन करते रहे, इन्तजार लेकिन अवैध धंधेबाज कर्मकार की साठगांठ के सामने सीआईएसएफ टीम की एक ना चली ना ही छापेमारी स्थल पर पुलिस आई और ना ही बीसीसीएल प्रबंधन ने जब्त कोयला को उठाव कर बीसीसीएल प्रबंधन को सौपने के लिए वाहन उपलब्ध कराए। आज की सीआईएसएफ की छापेमारी को देखकर यही लगता है की बाघमारा पुलिस अनुमंडल क्षेत्र मे अवैध कारोबार मे कर्मकार की कितनी पैठ है की सीआईएसएफ टीम को ना तो बीसीसीएल प्रबंधन ने स्पोट किया और ना ही दो थानो की पुलिस ने।