शहीद होने वाले पुलिसकर्मी हमेशा ही कर्तव्यपथ पर बेहतर करने की देते हैं प्रेरणा: डीजीपी
रांची। झारखंड पुलिस की ओर से शनिवार को डोरंडा स्थित जैप ग्राउंड में पुलिस संस्मरण दिवस मनाया गया। जैप वन ग्राउंड में डीजीपी अजय कुमार सिंह सहित तमाम पुलिस अधिकारियों ने एक साल के भीतर देश की रक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान करने वाले शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए नमन किया। इस मौके पर डीजीपी अजय कुमार सिंह ने बताया कि शहीद होने वाले पुलिसकर्मी हमेशा ही कर्तव्यपथ पर बेहतर करने की प्रेरणा देते हैं। आज के दिन सिर्फ और सिर्फ शहीदों को याद करना चाहिए। उनके परिवार वालों की मदद कैसे की जाए ।इस दिशा में भी सोचना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि 21 अक्टूबर 1959 को भारत के लद्दाख के हॉट स्प्रिंग में चीनी सेना के आक्रमण में सीआरपीएफ अधिकारी कर्म सिंह अपने 20 साथियों के साथ शहीद हुए थे। इसके बाद से हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस संस्मरण या स्मृति दिवस मनाया जाता है । इस दौरान पिछले एक साल में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी जाती है।
इस वर्ष नक्सलियों से लोहा लेते हुए झारखंड में चार जवान और एक अफसर शहीद हुए थे। 14 अगस्त की रात नक्सलियों के द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में कोबरा बटालियन के सब इंस्पेक्टर अमित तिवारी और सिपाही गौतम शहीद हो गए जबकि 11 अगस्त को सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल निशांत शहीद हो गए थे। इस वर्ष झारखंड पुलिस को सबसे ज्यादा नुकसान कोल्हान में उठाना पड़ा है। पुलिस संस्मरण दिवस के अवसर पर पांचों वीर शहीदों को याद कर नमन किया गया। मौके पर सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता, एडीजी अभियान संजय आनंद लटकर, आईजी अभियान एबी होमकर शहीद कई वरीय अधिकारी मौजूद थे।