रांचीं। यह तो जगजाहिर है कि कोई भी पार्टी अपने सभी कार्यकर्ता को चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दे सकती है। टिकट न मिलने वाले नेताओं की बात करें तो वह या तो पार्टी छोड़कर चले जा रहे हैं। या फिर पार्टी में रहकर उनपर भीतरघात करने का आरोप लगता है। इसी सिलसिले में कांग्रेस के बरही विधायक उमाशंकर अकेला का भी नाम जुड़ गया है।

दरअसल पार्टी की तरफ से उनका टिकट काट दिया गया है। उनके बदले इस बार कांग्रेस ने अरुण साहू को चुनावी मैदान में उतारा है। इस बात से नाराज उमाशकंर अकेला ने कांग्रेस को टाटा-बाय-बाय कर दिया है और समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। उन्होंने न सिर्फ पार्टी छोड़ी है बल्कि कांग्रेस के आला पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप भी लगाया है। उन्होंने सीधे तौर पर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार कमलेश पर दो करोड़ रुपये लेकर टिकट देने का आरोप लगाया है। कहा कि पैसे के कारण मेरा टिकट काट दिया गया।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version