रांची। एनडीए में सीटों के बंटवारे से पहले भाजपा कार्यकर्ताओं का विरोध सामने आने लगा है। इचागढ़ सीट आजसू के खाते में जाने की संभावना को देखते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने खुल कर नाराजगी जतायी। इचागढ़ से सैकड़ों की संख्या में पहुंचे बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ना केवल प्रदेश कार्यालय के समक्ष नारेबाजी की, बल्कि प्रदेश नेतृत्व से इस तरह का समझौता नहीं करने की अपील भी दी। इस दौरान नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश नेतृत्व के द्वारा इचागढ़ सीट को आजसू के खाते में नहीं देने की अपील करते हुए इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया। इचागढ़ से आये अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी आकाश कुमार दास ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान इस विधानसभा सीट से भाजपा के संजय सेठ और रामटहल चौधरी जीतते रहे हैं।

इचागढ़ की जनता ने भाजपा को यहां मजबूत करने का काम किया है, लेकिन जब वक्त मौका देने का आया है, तो आप मुकर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी फैसला वापस नहीं लेती है, तो इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ेगा। वहीं भाजपा युवा मोर्चा के विनोद गिरी ने कहा कि इचागढ़ के कार्यकर्ताओं ने भाजपा को जिताने के लिए पूरी तरह से तैयारी कर रखी है। ऐसे में यदि गठबंधन के तहत यह सीट आजसू के खाते में चली जाती है तो इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जायेगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ेगा। उनका कहना था कि आजसू के प्रत्याशी ने लोकसभा चुनाव में परोक्ष रूप से भाजपा प्रत्याशी का अंदर अंदर विरोध किया था। इस दौरान नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं को मनाने का दौर जारी रहा। भाजपा प्रदेश कार्यालय में राज्यसभा सांसद आदित्य साहू काफी देर तक नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं को मनाने की कोशिश करते रहे, लेकिन कार्यकर्ता सुनने को तैयार नहीं थे। उनका साफ कहना था कि यदि इचागढ़ सीट आजसू को दी जाती है तो किसी भी सूरत में कैंडिडेट वहां से नहीं जीतेगा। इससे भाजपा को तो नुकसान होगा ही साथ ही एनडीए को इस सीट से हाथ धोना पड़ेगा। यदि भाजपा चुनाव लड़ती है तो इस सीट से निश्चित रूप से भाजपा की जीत होगी।

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