धनबाद। सीबीआइ ने धनबाद में कोयला घोटाले की जांच शुरू कर दी है। यह जांच विशेष रूप से उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ केंद्रित है, जो जिले के विभिन्न पुलिस थानों में प्रभारी के तौर पर कार्यरत हैं। सीबीआइ ने इन पुलिसकर्मियों से अपनी व्यक्तिगत जानकारी और कामकाजी विवरण प्रदान करने का निर्देश दिया है, ताकि जांच में पारदर्शिता और प्रभावशीलता सुनिश्चित की जा सके।

पुलिसकर्मियों की संलिप्तता की आई थी शिकायतें
इस मामले की शुरुआत तब हुई जब कोयला घोटाले के संदर्भ में कई शिकायतें सामने आईं, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कुछ पुलिसकर्मी घोटाले में संलिप्त रहे हैं। सीबीआइ ने इन आरोपों की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई शुरू की है। जांच के दौरान, एजेंसी को उन दस्तावेजों और साक्ष्यों की तलाश है, जो इस घोटाले में शामिल लोगों की पहचान करने में मदद कर सकें।

पुलिसकर्मियों से मांगी गई जानकारी से जांच को मिलेगी दिशा
सीबीआइ के अधिकारियों का मानना है कि पुलिसकर्मियों द्वारा प्रदान की गई जानकारी से जांच की दिशा को स्पष्ट करने में सहायता मिलेगी। इससे न केवल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकेगी, बल्कि इस मामले में शामिल अन्य लोगों की पहचान भी हो सकेगी।

घोटाले में बड़े पैमाने पर पैसे का दुरुपयोग
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, इस घोटाले में बड़े पैमाने पर धन का अनियमित प्रयोग और अवैध कोयला खनन शामिल है, जिसके चलते कई पुलिसकर्मियों पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। सीबीआइ की इस जांच से धनबाद में राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल बढ़ गई है, और स्थानीय लोग इस मामले की गहराई से जांच की उम्मीद कर रहे हैं।

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